नई दिल्ली – खारकीव में युक्रेन ने भारतीय विद्यार्थियों को बंधक बनाया है । युक्रेन की ओर से उनको ‘मानवी ढाल’ के रुप में प्रयोग किया जा रहा है, ऐसा आरोप रशिया ने किया था । इस पर भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जारी किए निवेदन में कहा है कि, ‘युक्रेन का भारतीय दूतावास वहां फंसे सभी भारतीयों के संपर्क में है । युक्रेन प्रशासन द्वारा की सहायता के कारण खारकीव से अनेक भारतीय विद्यार्थी बाहर निकले हैं । अभी तक किसी भी भारतीय विद्यार्थी को बंधक बनाए जाने की जानकारी नहीं है ।’
India rejects claims by Russia, Ukraine that citizens in Kharkiv are ‘hostages’ @Rezhasan https://t.co/hxwj6FPpUV
— Hindustan Times (@HindustanTimes) March 3, 2022
विदेश मंत्रालय ने आगे कहा कि, रशिया, रोमानिया, पोलैंड, हंगरी, स्लोवाकिया और मोल्डोवा इन देशों से भारत प्रभावी रुप से समन्वय साधे है । पिछले कुछ दिनों में बडी मात्रा में भारतीयों को युक्रेन से सुरक्षित बाहर निकाला गया है । युक्रेन प्रशासन ने बडी सहायता की है । युक्रेन के पश्चिमी पडोसी देशों के हम आभारी हैं । उन्होंने भारतीय विद्यार्थियों को स्वदेश लाने के लिए उडानों की व्यवस्था की । इसके साथ युक्रेन प्रशासन द्वारा भारतीय विद्यार्थियों को खारकीव सहित समीप के अन्य भागों से सुरक्षित बाहर निकालने के लिए अधिक से अधिक विशेष रेल की व्यवस्था करनी चाहिए ।
अमेरिका ने रशिया के आरोप का खंडन किया !
रशिया द्वारा भारतीय विद्यार्थियों के विषय में युक्रेन पर किए आरोप का अमेरिका ने भी खंडन किया । अमेरिका ने कहा है कि, भारतीय नागरिकों को ‘मानवी ढाल’ के रुप में उपयोग करने की कोई भी घटना युक्रेन में सामने नहीं आई । यह रशिया का दांवपेंच है । रशिया की ओर से गलत जानकारी फैलाई जा रही है ।
रशिया से चर्चा करेंगे ! – युक्रेन
’‘आपके विद्यार्थियों को बाहर निकालने के लिए एक मार्ग तैयार करने के लिए रशिया से चर्चा करेंगे’, ऐसा युक्रेन के विदेश मंत्रालय ने ट्वीट कर भारत और अन्य देशों को बताया है ।’’