भारत द्वारा अमेरिका की रशियाविरोधी भूमिका की उपेक्षा !
‘भारत के दृष्टिकोण से ‘युक्रेनी संकट’ एवं एक ओर रूस तो दूसरी ओर पश्चिमी जगत से उसके संबंध !’ इस शीर्षक के अंतर्गत ‘विशेष’ स्तंभ में यह लेख ‘रशिया टूडे’ने प्रकाशित किया है ।
‘भारत के दृष्टिकोण से ‘युक्रेनी संकट’ एवं एक ओर रूस तो दूसरी ओर पश्चिमी जगत से उसके संबंध !’ इस शीर्षक के अंतर्गत ‘विशेष’ स्तंभ में यह लेख ‘रशिया टूडे’ने प्रकाशित किया है ।
देश के पश्चिमी क्षेत्र में स्थित लिविव शहर के पास हवाई जहाज की देखभाल हेतु स्थापित संस्थानों पर रूस ने मिसाईलों की जोरदार बौछार की है, बीबीसी ने ऐसा वृत्त प्रसारित किया है ।
हमने चीन से सहायता नहीं मांगी नहीं है ! – रूस का स्पष्टीकरण
संस्कृत वचन ‘युद्धस्य कथा रम्यः ।’ की सार्थकता वर्तमान में संपूर्ण संसार के श्रोता एवं पाठक अनुभव कर रहे हैं । रूस-यूक्रेन युद्ध के निमित्त संपूर्ण संसार में चर्चा हो रही है कि यह युद्ध तृतीय संभावित विश्वयुद्ध का प्रारंभ तो नहीं है । युद्ध में भारत की तटस्थ विदेश नीति और यूक्रेन में रहनेवाले … Read more
‘रूस-यूक्रेन युद्ध : क्या तृतीय विश्वयुद्ध का आरंभ है ?’, इस विषय पर ‘ऑनलाइन’ विशेष परिसंवाद ! मुंबई – अनेक पश्चिमी देश बता रहे थे कि रूस-यूक्रेन में युद्ध हुआ तो यूक्रेन की पूर्णतया सहायता करेंगे; परंतु वास्तव में रूस द्वारा यूक्रेन की सेना के साथ नागरी क्षेत्रों पर आक्रमण करने पर भी … Read more
पोलैंड की सीमा के निकट युक्रेन के सैनिकी प्रशिक्षण केंद्र पर रूस ने १३ मार्च को आक्रमण किया ।
रशिया ने युक्रेन पर आक्रमण करने के बाद संपूर्ण विश्व से रशिया पर विविध प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं । हाल ही में अमेरिका ने रशिया के तेल और गैस पर प्रतिबंध लगाए हैं ।
यदि यूक्रेन शर्तों से सहमत होता है, तो युद्ध समाप्त हो जाएगा !
“यूक्रेन युद्ध की स्थिति में है । वहां रक्त एवं अश्रुओं की नदियां बह रही हैं । यह युद्ध ही है, जिसमें मृत्यु और विनाश हो रहा है” ; ईसाई धर्म के सर्वोच्च धर्मगुरू पोप फ्रांसिस ने कहा ।