कीव/मास्को – यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इजरायल के प्रधानमंत्री नप्ताली बेनेट, तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत करने और उनसे युद्ध समाप्त करने के लिए कहा है । पुतिन के साथ तीनों राष्ट्राध्यक्षों की बातचीत के उपरांत भी पुतिन ने युद्ध समाप्त करने से मना कर दिया । ऐसा समझा जाता है, कि इसके पीछे निम्न दो कारण हैं :
१. सबसे पहले, पुतिन को संयुक्त राज्य अमेरिका या यूरोप पर विश्वास नहीं है। पुतिन ने कहा, “अमेरिका, यूरोप के बहाने रूस को घेरना चाहता है । यूक्रेन, अमेरिका के प्रभुत्व वाले उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में सहभागी होना चाहता है । इससे रूस की सुरक्षा बाधित हो सकती है ।”
२. यूक्रेन ने यूरोपीय संघ की सदस्यता की मांग की है । नाटो और यूरोपीय संघ के बीच हुए समझौते के अनुसार, यदि उसके किसी सदस्य देश पर आक्रमण होता है, तो सभी देश एक साथ उसके प्रत्युत्तर में लडेंगे । इसलिए, यूक्रेन के नाटो का सदस्य बनते ही रूस को हर तरफ से नाटो देश घेर लेंगे । जिससे अमेरिका को रूस पर प्रत्यक्ष आक्रमण करने की स्वतंत्रता मिल जाएगी ।
३. दूसरा कारण यह है, कि पुतिन वही स्थान चाहते हैं, जो रूस को सोवियत संघ के काल प्राप्त था । रूस की अर्थव्यवस्था वर्तमान में ध्वस्त हो गई है । द्वितीय विश्व युद्ध के उपरांत, सोवियत संघ एक प्रमुख शक्ति के रूप में उभरा था । रूस, यूरोपीय देशों पर हावी होना चाहता था, जिसके फलस्वरूप, यूरोपीय देशों के साथ रूस के संबंध बिगड गए । रूस की बिगडी परिस्थिति का अमेरिका लाभ उठाना चाहता है । इसलिए, संयुक्त राज्य अमेरिका चाहता है, कि यूक्रेन नाटो और यूरोपीय संघ का सदस्य बने । इससे संयुक्त राज्य अमेरिका एक महाशक्ति शक्ति बन जाएगा ।
३ राष्ट्राध्यक्षों की चर्चा में क्या हुआ ?
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पुतिन के साथ बातचीत की । इस बार उन्होंने अपील की, “यूक्रेन के परमाणु प्रकल्पों को लक्ष्य न बनाएं ।” पुतिन ने मैक्रों से कहा, “मेरा यूक्रेन के परमाणु प्रकल्पों पर आक्रमण करने का कोई हेतु नहीं है ।”
यदि यूक्रेन शर्तों से सहमत होता है, तो युद्ध समाप्त हो जाएगा ! – पुतिन
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत की । इसमें पुतिन ने एर्दोगन को स्पष्ट कर दिया, कि यदि यूक्रेन हमारी शर्तों पर सहमत होता है, तो युद्ध तुरंत समाप्त हो जाएगा ।
इजरायल मध्यस्थी करने को तत्पर !
इजरायल के प्रधानमंत्री नप्ताली बेनेट ने पुतिन के साथ चर्चा कर युद्ध में मध्यस्थता करने का प्रस्ताव रखा है ।