अन्तत: रशिया की मांग जेलेंस्की को मान्य
कीव (युक्रेन) – हम आगे से ‘नाटो’ (नॉर्थ अॅटलाटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन) की सदस्यता की हठ छोड देंगे, ऐसा आश्वासन युक्रेन के अध्यक्ष व्लोदिमिर जेलेंस्की ने दी । युक्रेन द्वारा ‘नाटो’ की सदस्यता के लिए पकडी हुई हठ, यह रशिया ने आक्रमण करने के पीछे का मुख्य कारण था । रशिया और युक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को १४ दिन हो गए हैं । इन दोनों में चर्चा के ३ सत्र हो चुके हैं । तीसरे सत्र में रशिया ने कुछ शर्तें रखी थीं । ‘इन्हें पूरा किया, तो ही युद्ध रोकेंगे’, ऐसा रशिया ने कहा था । इसमें से एक शर्त ‘युक्रेन को ‘नाटो’ में सहभागी नहीं होना’, यह थी ।
Russia is opposed to neighbouring Ukraine joining NATO, the transatlantic alliance formed at the start of the Cold War to defend Europe from the Soviet Union.https://t.co/ODvb3lI3nd
— WION (@WIONews) March 9, 2022
युक्रेन पर आक्रमण करने से पहले रशिया के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने युक्रेन के दो राज्य डॉनेत्स्क और लुहान्स्क को ‘स्वतंत्र राष्ट्र’ के रुप में घोषित किया था । इन राष्ट्रों को युक्रेन द्वारा मान्यता देनी की हठ थी । जेलेंस्की ने कहा है कि वह इन शर्तों पर समझौता करने को तैयार है ।
रशिया को ‘आतंकवादी देश’ घोषित करें ! – जेलेंस्की की मांग
युक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमिर जेलेंस्की ने ८ मार्च की रात ब्रिटेन संसद को संबोधित करते हुए युक्रेन को सहायता करने का आवाहन किया । इस समय जेलेंस्की ने ‘रशिया को ‘आतंकवादी देश’ घोषित किया जाए’, ऐसी मांग ब्रिटिश संसद में की । इसके साथ ‘ब्रिटेन का हवाई मार्ग सुरक्षित रहने के लिए रशिया पर कठोर प्रतिबंध लागू करने चाहिए’, ऐसी मांग भी उन्होंने की ।
"I’m very grateful to you Boris, please increase the pressure of sanctions”
Ukrainian President Zelensky urges PM Boris Johnson to “make sure our Ukrainian skies are safe” and recognise Russia as a “terrorist state” https://t.co/pEN7iIJiJm pic.twitter.com/dW4n3llzvY
— BBC Politics (@BBCPolitics) March 8, 2022
जेलेंस्की ने कहा कि, हम शत्रु के सामने घुटने नहीं टेकेंगे ,हम हारेंगे भी नहीं । हम अपने देश के लिए अंतिम श्वास तक लडते रहेंगे ।