उत्तर प्रदेश में चार लेन की सड़क में अवरोध बनी मजार को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया !
ऎसे प्रकरण में यदि कोई हिन्दू मंदिर होता और प्रदर्शनकारी स्पष्ट रूप से हिन्दू ही होते, तो भारत भर में धर्मनिरपेक्षतावासियों ने उनके विरुद्ध आलोचना की झडी लगा दी होती एवं उन्हें ‘विकास विरोधी’ सिद्ध कर त्रस्त कर दिया होता, चूंकि वर्तमान प्रकरण में मुसलमान लिप्त हैं, इसलिए योगी आदित्यनाथ के प्रशासन को ये समुदाय ‘मुसलमान विरोधी’ कहकर उनकी मानहानि करने लगे तो उसका आश्चर्य नहीं होना चाहिए !