उत्तर प्रदेश में चार लेन की सड़क में अवरोध बनी  मजार को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया !

२ मास पूर्व अलीगढ़-कानपुर राजमार्ग पर बनी मजार को हटाने के प्रयत्न का मुसलमानों ने विरोध किया था !

(मजार का अर्थ है इस्लामिक पीर या फकीर की कब्र )

कानपुर (उत्तर प्रदेश) – राज्य के अलीगढ़ और कानपुर नगरों के बीच चार लेन की सड़क निर्माण के अंतर्गत आने वाली एक मजार को बुलडोजर से तोड़ कर मार्ग से हटा दिया गया। मजार  को हटाने से पहले संबंधित ग्रामीणों को इस संबंध में सूचित किया गया था । जब २ महीने पूर्व भी इसके लिए प्रयास किया गया तो स्थानीय मुसलमान ग्रामीणों ने इसका विरोध किया और प्रशासन को मजार गिराने से रोक दिया, तब से यह काम बंद पड़ा था ।

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से कानपुर तक ‘जीटी रोड’ को चार लेन करने का काम तीव्र गति से चल रहा है। इस कार्य  को अक्टूबर २०२३ तक पूर्ण करने का लक्ष्य है । इनमें चौबेपुर और शिवराजपुर के गांवों के बीच मजार रास्ते में आ रही थी, इसलिए उसे हटाना आवश्यक था । १४ सितंबर को इस कार्य के समय बिल्हौर अनुविभागीय दंडाधिकारी अलका लांबा और पुलिस उपायुक्त विजेंद्र द्विवेदी कार्यस्थल पर उपस्थित थे ।

संपादकीय भूमिका

ऎसे प्रकरण में यदि कोई हिन्दू मंदिर होता और प्रदर्शनकारी स्पष्ट रूप से हिन्दू ही होते, तो भारत भर में धर्मनिरपेक्षतावासियों ने उनके विरुद्ध आलोचना की झडी लगा दी होती एवं उन्हें ‘विकास विरोधी’ सिद्ध कर त्रस्त कर दिया होता, चूंकि वर्तमान प्रकरण में मुसलमान लिप्त हैं, इसलिए योगी आदित्यनाथ के प्रशासन को ये समुदाय ‘मुसलमान विरोधी’ कहकर उनकी मानहानि करने लगे तो उसका आश्चर्य नहीं होना चाहिए !