पाकिस्तान के लाल मस्जिद में, युवतियों को दिया जा रहा है ईशनिंदा करने के आरोपी का सिर काटने का प्रशिक्षण !

क्या भारत के अधोगामी एव पुरोगामी इस विषय में बात करेंगे ? अथवा वो समझते हैं, कि यह सब कट्टरपंथियों के लिए क्षम्य है ?

(कहते हैं) ‘ये छोटे बच्चे हैं, उत्तेजित होकर अनायास ऐसे काम कर जाते हैं !’

ऐसे शासकोंवाले देश में निर्दोषों की हत्या नहीं होगी, तो क्या होगा ? इसे ध्यान में रखते हुए, विश्व समुदाय पाकिस्तान का बहिष्कार करे ; यही एकमात्र उपाय है ! कम से कम श्रीलंका और भारत को तो यह निर्णय लेना ही चाहिए !

हिन्दू जागरण वेदिका के कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले में ९ धर्मांध आरोपियों को निर्दोष छोडा गया

१४ अगस्त ,२०१६ के दिन ‘अखंड भारत संकल्प यात्रा’ के मशाल जुलूस में सहभागी होकर वापस लौटते समय गुड्डेहोसूर के पास प्रवीण की हत्या की गई थी । पुलिस द्वारा २४ अगस्त, २०१६ के दिन उपर्युक्त ९ लोगों को हिरासत में लिया गया था ।

केरल के संघ स्वयंसेवक के हत्याकांड में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया का कार्यकर्ता बंदी !

पुलिस ने कुछ दिन पूर्व, यहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवक संजीत की हत्या के प्रकरण में, पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के एक कार्यकर्ता को बंदी बना लिया है ।

महाराजगंज (उत्तर प्रदेश) में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा महिला एवं पुरुष पुजारियों की हत्या !

उत्तर प्रदेश में अब तक कई पुजारी, महंत और साधु मारे गए हैं ; हिन्दुओं को यह अपेक्षित नहीं है । सरकार को इसे गंभीरता से लेने की आवश्यकता है !

त्रिशूर (केरल) में एक भाजपा कार्यकर्ता की चाकू भोंक कर हत्या

हिन्दुओं को ऐसा ही लगता है कि, संवेदनशील राज्यों, शहरों एवं अन्य स्थानों पर हिन्दुत्वनिष्ठ नेताओं, पदाधिकारियों आदि की रक्षा के लिए केंद्र सरकार द्वारा उन्हें विशेष सुरक्षा प्रदान करने का प्रयास करना चाहिए !

बांग्लादेश में २०० से अधिक धर्मांधों की ओर से पुन: आक्रमण

बांग्लादेश के नौआखाली में शुक्रवार की नमाज के बाद इस्कॉन के एक मंदिर पर २०० से अधिक धर्मांधों ने आक्रमण कर इस्कॉन के दो साधु निताई दास प्रभु और जतन दास प्रभु, साथ में भक्त पार्थ दास की हत्या कर दी ।

मुसलमान महिला के साथ प्रेमसंबंध रखनेवाले हिन्दू व्यक्ति की महिला के संबंधियों द्वारा हत्या !

हिन्दू युवतियों से प्रेम का नाटक कर उन्हें लव जिहाद में फंसानेवाले धर्मांधों के विरुद्ध पुलिस भी कभी कार्यवाही नहीं करती, इसे ध्यान में लीजिए !

बांग्लादेश में १२ हिन्दुओं की हत्या, १७ लापता, २३ महिलाओं पर बलात्कार, १६० पूजा मंडल एवं मंदिर जलाए गए !

भारत में अल्पसंख्यकों के संबंध में ऐसी चूक भूलवश भी हो गई होती, तो भारत के धर्मनिरपेक्षतावादी, आधुनिकतावादी, धर्मान्ध, हिन्दुद्वेषी भारतीय एवं पश्चिमी प्रसार माध्यम, संपूर्ण संसार, इस्लामी देश एवं उनके संगठन हंगामा करते हुए भारत को ‘तालिबान’ ठहराकर कठोर कार्यवाही की मांग करते !

काश्मीर में जिहादी आतंकवादियों की ओर से एक हिन्दू की हत्या

आज ३३ वर्षों बाद भी काश्मीर हिन्दुओं के लिए असुरक्षित है, यह ध्यान दें ! यह स्थिति बदलने के लिए हिन्दू राष्ट्र का कोई पर्याय नहीं है !