हिन्दू जागरण वेदिका के कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले में ९ धर्मांध आरोपियों को निर्दोष छोडा गया

  • यदि इन आरोपियों ने हिन्दू कार्यकर्ताओं की हत्या नहीं की, तो किसने की ? इसकी जांच पुलिस पुन: करेगी क्या ? कार्यकर्ताओें के परिवारवालों को न्याय मिलेगा क्या ?– संपादक
  • कर्नाटक में भाजपा सरकार होते हुए हिन्दू कार्यकर्ताओं की हत्या करने वालों को सजा होनी चाहिए, ऐसी हिन्दुओं की अपेक्षा है !– संपादक

मडिकेरी (कर्नाटक) – हिन्दू जागरण वेदिका के कार्यकर्ता प्रवीण पुजारी की हत्या के मामले में हिरासत में लिए गए ९ धर्मांधों को यहां की जिला सत्र न्यायालय ने निर्दोष मुक्त किया है । तुफैल, नयाज, आफरीन, मोहम्मद मुस्तफा, इलियास, इरफान अहमद, मुजीब रहमान, शीफ और हरीस ऐसे उनके नाम हैं । ‘आरोपियों को दोषी सिद्ध करने में फरियादी पक्ष असफल रहा था । इस कारण सभी को निर्दोष छोडा गया है । सत्य की जीत हुई है । झूठे आरोपों में सभी ९ आरोपियों को हिरासत में लिया गया था । न्यायालय का निर्णय समाधानकारक है’, ऐसा आरोपियों के अधिवक्ता टी.एच. आबूबाकर ने बताया । (यदि पुलिस आरोपियों को दोषी सिद्ध करने में असफल रही है, तो राज्य सरकार को ऊपरी न्यायालय में इसे चुनौती देते हुए पुन: प्रयास करना चाहिए और कार्यकर्ताओें के परिवारवालों को न्याय दिलाना चाहिए ! – संपादक)

१४ अगस्त ,२०१६ के दिन ‘अखंड भारत संकल्प यात्रा’ के मशाल जुलूस में सहभागी होकर वापस लौटते समय गुड्डेहोसूर के पास प्रवीण की हत्या की गई थी । पुलिस द्वारा २४ अगस्त, २०१६ के दिन उपर्युक्त ९ लोगों को हिरासत में लिया गया था ।