केरल के संघ स्वयंसेवक के हत्याकांड में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया का कार्यकर्ता बंदी !

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवक संजीत

पलक्कड (केरल) – पुलिस ने कुछ दिन पूर्व, यहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवक संजीत की हत्या के प्रकरण में, पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के एक कार्यकर्ता को बंदी बना लिया है । इस प्रकरण में, आरोपी कार्यकर्ता की पहचान उजागर नहीं की गाई है ; क्योंकि, उसकी ‘पहचान परेड’ होने वाली है । मृतक की पत्नी ने कहा था कि, ‘मैं संजीत की हत्या करने वालों की पहचान कर सकती हूं ।’ जनपद पुलिस प्रमुख आर् विश्वनाथ ने कहा है कि, ‘इस प्रकरण के अन्य दोषियों को शीघ्र ही बंदी बना लिया जाएगा ।’

भाजपा एवं संघ ने आरोप लगाया है कि, “इस हत्या के पीछे पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की राजनीतिक शाखा ‘सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया’ (एसडीपीआई) के कार्यकर्ताओं का हाथ है” ; परंतु, एसडीपीआई ने भाजपा के ये आरोप अस्वीकार किए हैं ।

जिहादियों ने अब तक राज्य में संघ परिवार के ५० कार्यकर्ताओं की हत्या की है ! – भाजपा

  • हिन्दुओं को यही लगता है कि, केंद्र की भाजपा सरकार को केरल एवं अन्य राज्यों में असुरक्षित हिन्दुत्वनिष्ठ व्यक्तियों को सुरक्षा प्रदान करने के प्रयास करने चाहिए ! – संपादक 
  • केंद्र सरकार को तत्काल जिहादी संगठन ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ पर प्रतिबंध लगाना चाहिए  ! – संपादक

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन् ने नई देहली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भेंट की एवं इस हत्या की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को देने की मांग की । अमित शाह को लिखे पत्र में सुरेंद्रन् ने आरोप लगाया है, कि विगत पांच वर्षों में केरल में तथाकथित जिहादी समूहों ने, संघ के १० एवं भाजपा के ३ कार्यकर्ताओं की हत्या की है । जिहादी संगठनों ने अब तक राज्य में, संघ परिवार के अनुमानित ५० कार्यकर्ताओं की हत्या की है ।