Farooq Abdullah : (और इनकी सुनिये…) ‘भारतीय सेना एवं आतंकियों के बीच मिलीभगत !’- फारूक अब्दुल्ला
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के भारतीय सेना को लेकर दिए गए अमर्यादित बयान से नया विवाद खड़ा हो गया है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के भारतीय सेना को लेकर दिए गए अमर्यादित बयान से नया विवाद खड़ा हो गया है।
पाकिस्तान दूसरा कारगिल युद्ध करने का षड्यंत्र रच रहा है तथा भारत युद्ध आरंभ होने की प्रतीक्षा कर रहा है, यह लज्जाजनक ! और कितने वर्ष ऐसा चलने देंगे ?
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के कार्यकर्ता डॉ. अमजद अयुब मिर्जा ने किया दावा
जम्मू-कश्मीर में जारी आतंकवादी आक्रमणों में भारतीय सैनिकों को लगातार वीरगति मिल रही है। फिर भी, वहां के आतंकवाद का मूल स्रोत पाकिस्तान के विरुद्ध कार्यवाही करने में भारत विलंब क्यों कर रहा है, यह प्रश्न सर्व भारतीयों के मन में उठ रहा है !
कश्मीर में सैनिकों के बलिदान को रोकने के लिए पाकिस्तान को नष्ट करने का निर्णय केंद्र सरकार कब लेगी ?
ऐसे लोगों को केवल निलंबित कर काम नहीं होगा, अपितु उन पर अपराध प्रविष्ट कर उन्हें कारागृह में डालकर उन्हें कठोर दंड होने के लिए प्रयास करने चाहिएं !
पिछले ३५ वर्षों से जो किसी भी पुलिस अधिकारी ने बोलने का साहस नहीं किया, वह बात आर.आर. स्वेन ने की है। अब ऐसे राजनीतिज्ञों पर पुलिस को कठोर कार्यवाही करना आवश्यक है !
कश्मीर में अंतहीन जिहादी आतंकवाद! कश्मीर में इस आतंकवाद के पीछे कौन है, यह जानते हुए भी भारतीय शासन में इसे समूल नष्ट करने की इच्छाशक्ति नहीं है, यह बात बार-बार ऐसी घटनाओं से सामने आ रही है। यह भारत के लिए लज्जासपाद है!
अब जम्मू-कश्मीर में भी राज्य सरकार उपराज्यपाल की अनुमति के बिना पुलिस अधिकारियों और अफसरों का स्थानांतर या नियुक्ति नहीं कर सकेगी ।
इस वास्तविकता को समाज के सामने रखना आवश्यक है क्योंकि जिहादी आतंकवादियों ने कश्मीर में हिन्दुओं सहित हजारों हिन्दुओं के मंदिरों पर आक्रमण किया और हिन्दुओं को अपनी ही भूमि से विस्थापित होना पड़ा, इसके कारण ये मंदिर उपेक्षित रह गए !