भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित किए बिना हिन्दुओं की समस्याओं का समाधान असंभव ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति

‘‘अनेक लोग कहते हैं, ‘भारत हिन्दू राष्ट्र ही है’; परंतु हमें यह समझना होगा कि वर्ष १९७६ में संविधान में संशोधन कर घोषित किया गया कि ‘भारत धर्मनिरपेक्ष देश है ।’

जमशेदपुर के बालसाधक कु. चैतन्य कृष्णा को ‘हॉर्स राइडिंग शो’ में मिला स्वर्णपदक !

‘टाटा स्टील’ की ओर से १४ जनवरी को ‘हॉर्स राइडिंग शो’ का आयोजन किया गया था । इसमें सनातन के ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त बालसाधक कु. चैतन्य कृष्णा ने ‘ज्यूनियर समूह’ के एक इवेंट में स्वर्णपदक प्राप्त किया ।

हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा राष्ट्रध्वज के सम्मान हेतु उत्तर भारत में व्यापक जनजागृति अभियान सफलतापूर्वक संपन्न !

राष्ट्रध्वज का सम्मान करने के विषय में हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा १००० हस्तपत्रकों का वितरण किया गया ।

युवक महान राष्ट्रपुरुषों का आदर्श रखें ! – शंभू गवारे, हिन्दू जनजागृति समिति

देश को स्वतंत्रता मिलकर ७५ वर्ष बीतने के उपरांत भी अभी भी हमें विभिन्न समस्याओं से लडना पड रहा है; क्योंकि हमारे आदर्श ही बदल गए हैं ।

साधकों को साधना के लिए प्रेरित करनेवाला श्रीचित्‌शक्ति (श्रीमती) अंजली मुकुल गाडगीळजी का अमूल्य मार्गदर्शन !

‘आश्रम में रहकर पूर्णकालीन साधना करनेवाले एक साधक ने उसे हो रहे आध्यात्मिक कष्टों के कारण घर जाने का विचार किया । श्रीचित्‌शक्ति (श्रीमती) अंजली मुकुल गाडगीळजी को उसने यह बताया ।

साधको, ‘मेरी आध्यात्मिक उन्नति कब होगी ?’, इसकी चिंता किए बिना गुरुदेवजी के प्रति श्रद्धा रख लगन से प्रयास करते रहें !

‘प.पू. डॉक्टरजी ने एक साधिका को बताया था कि आध्यात्मिक उन्नति २० वर्ष उपरांत होगी । उसके उपरांत उत्तरदायी साधकों ने उसकी सहायता करने के लिए न जाने कितने प्रयास किए; परंतु तब भी उसमें साधना के संदर्भ में किसी प्रकार का भान उत्पन्न नहीं हो रहा था ।

गुरुकृपायोग के अनुसार साधना में भक्तियोग, कर्मयोग एवं ज्ञानयोग से संबंधित कुछ तत्त्वों का समावेश होने से साधकों की शीघ्र आध्यात्मिक उन्नति होना

‘गुरुकृपायोगानुसार साधना में ‘स्वभावदोष-निर्मूलन, अहं-निर्मूलन, नामजप, सत्संग, सत्सेवा, भक्तिभाव, सत् के लिए त्याग एवं अन्यों के प्रति प्रीति (निरपेक्ष प्रेम)’ इस अष्टांग साधना के अनुसार साधना करते समय साधकों की शीघ्र आध्यात्मिक उन्नति होती है ।