बांगलादेश के नेता तारिक रहमान (कहते हैं) ‘हिन्दू धर्म के ग्रंथ कोई भी नैतिक शिक्षा नहीं देते !’
हिन्दू कभी भी अन्य धर्मों के ग्रंथ पर ऐसी टिप्पणी नहीं करते; लेकिन अन्य धर्म वाले हमेशा ही हिन्दुओं के धर्मग्रंथों पर टिप्पणी करते हैं, इसी को धर्मनिरपेक्षतावादी और आधुनिकतावादी सर्वधर्मसमभाव कहते हैं, यह ध्यान में लें !