Dhaka Tribune : (और इनकी सुनिए…) ‘हिन्दुओं पर होनेवाले आक्रमण धार्मिक नहीं, अपितु राजनीतिक !

 यदि बांग्लादेश के प्रसारमाध्यमों के संपादक ऐसे हैं, तो हिन्दुओं पर होनेवाले आक्रमणों के विषय में सत्य तथा वस्तुनिष्ठ जानकारी विश्व के समझमें कैसे आएगी ?

CM Yogi Adityanath : यदि हम (हिन्दू) विभाजित हो गए, तो कट जाएंगे ! – मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ

कितने हिन्दुत्‍वनिष्‍ठ राजनीतिज्ञ इस प्रकार हिन्दुओं की रक्षा हेतु स्पष्टरूप से भूमिका प्रस्तुत करते हैं ? इसी कारण से हिन्दुओं को योगी आदित्‍यनाथ जैसे नेताओं का ही आधार लगता है, यह समझ लें !

Muhammad Yunus : (और इनकी सुनिए…) ‘हमारी सरकार धर्म और राजनीतिक मतों के आधार पर भेदभाव नहीं करेगी !’

इसपर कौन विश्‍वास करेगा ? प्रा. युनूस को पहले पीडित हिन्दुओं को क्षतपूर्ति देनी चाहिए और बाद में उनपर अनाचार करनेवालों पर र्कायवाही कर दिखानी चाहिए !

Telangana Hindu Jan Akrosh Sabha : बांग्लादेश में हिन्दुओं पर होनेवाले अत्याचारों के विरोध में भाग्यनगर (तेलंगाना) में हिन्दू जनआक्रोश सभा का आयोजन !

हिन्दू जनजागृति समिति के सहयोग से विविध हिन्दू संगठनों ने इस सभा का आयोजन किया था ।

भारत भाग रहे बांग्लादेश के पूर्व न्यायाधीश को बंदी बनाया

बांग्लादेश सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश शमदुद्दीन चौधरी माणिक को भारत में भागने का प्रयास करते समय, सीमा पर बंदी बना लिया गया । स्थानीय लोगों ने उन्हें पकडकर पुलिस को सौंप दिया ।

Bangladesh Flood : (और इनकी सुनिए .. ) ‘बांग्लादेश में आई बाढ के पीछे भारत !’ – बांग्लादेश

जिस प्रकार पाकिस्तान अपने देश में सभी प्रकार के संकटों के लिए भारत को दोषी मानता है, स्पष्ट है कि बांग्लादेश भी वैसा ही करेगा ! साथ ही इस बात की भी अवहेलना नहीं किया जा सकता कि भारत पर क्रोध निकालने के लिए हिन्दुओं पर अत्याचार बढेगा !

Shankaracharya on Bangladeshi Hindus : भारत सरकार को हिन्दुओं के लिए भूमि एवं सुरक्षा देनी होगी, हम भोजन का प्रबंध करेंगे ! – ज्‍योतिष पीठ के शंकराचार्य अविमुक्‍तेश्‍वरानंद सरस्‍वती

बांग्लादेश के हिन्दुओं के लिए शंकराचार्यों ने उठाई आवाज !

Rakesh Tikait Controversial Statement : भारत में भी बांग्लादेश जैसा आंदोलन हो सकता है ! – भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैट

‘भारतीय किसान यूनियन’ के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैट ने कहा कि, भारत की स्थिति बांग्लादेश और श्रीलंका जैसी है । बांग्लादेश में जो हुआ वैसा आंदोलन भारत में भी हो सकता है ।

Hindu Professors Forced To Resign : हिन्दू प्राध्यापकों को त्यागपत्र देने के लिए विवश किया !

बांग्लादेश में अब तक हिन्दुओं पर अत्याचार चल ही रहे हैं !

United Nation Bangladesh Hindus : बांग्लादेश में हिंसा में मारे गए ६५० लोगों में से अधिकांश हिन्दू थे !

ऐसा कहने वाले संयुक्त राष्ट्र में यह कहने का साहस नहीं है कि ‘यह हिंसा मुस्लिम कट्टरपंथियों ने की थी । वहां के मुसलमान असहिष्णु हैं । वे लगातार हिंदुओं पर अत्याचार कर रहे हैं ।’ अब केंद्र सरकार को संयुक्त राष्ट्र से उत्तर मांगना चाहिए!