ढाका (बांग्लादेश) – बांग्लादेश सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश शमदुद्दीन चौधरी माणिक को भारत भागने का प्रयास करते समय, सीमा पर बंदी बना लिया गया । स्थानीय लोगों ने उन्हें पकडकर पुलिस को सौंप दिया ।
माणिक के विरुद्ध मानहानि का प्रकरण प्रविष्ट किया गया था । उन पर खालिदा जिया के दिवंगत पति तथा बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के संस्थापक जियाउर रहमान के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप था । अक्टूबर २०२२ में एक निजी वाहिनी पर माणिक ने जियाउर रहमान को “स्वतंत्रता सेनानी नहीं अपितु ‘रझाकार’ कहा था।” बांग्लादेश में देशद्रोहियों को रझाकार कहा जाता है ।