Hindu Professors Forced To Resign : हिन्दू प्राध्यापकों को त्यागपत्र देने के लिए विवश किया !

बांग्लादेश में अब तक हिन्दुओं पर अत्याचार चल ही रहे हैं !

हिन्दू प्राध्यापकों को त्यागपत्र देने के लिए किया विवश

ढाका (बांग्लादेश) – बांग्लादेश में अंतरिम सरकार स्थापित होने पर भी हिन्दुओं पर होनेवाले अत्याचार समाप्त नहीं हुए । उलटे अब उन्होंने संस्थाओं में काम करने वाले तथा अनेक वर्षाें से कार्यरत हिन्दुओं को लक्ष्य करना आरंभ किया है । इस क्रम से कुछ स्थानों पर मुसलमान विद्यार्थी ही अपने हिंदू शिक्षकों को कष्ट दे रहे हैं तथा उन्हें त्यागपत्र देने के लिए बाध्य कर रहे हैं जबकि कुछ स्थानों पर सरकारी अधिकारियों के त्यागपत्र पर हस्ताक्षर लिए जा रहे हैं ।

१. बांग्लादेश में ‘इस्कॉन’ के उपाध्यक्ष तथा प्रवक्ता राधारमण दास ने ‘एक्स’ पर जानकारी दी है कि मुसलमान छात्रों ने अजीमपुर सरकारी महाविद्यालय में रसायनशास्त्र पढाने वाले सर्वोत्तम शिक्षक गौतम चंद्र पाल पर दबाव डाल कर उन्हें त्यागपत्र देने पर बाध्य किया ।

२. सोनाली रानी दास नामक एक हिंदू महिला पर ‘होली रेड क्रिसेंट नर्सिंग महाविद्यालय’ की सहायक प्राध्यापिका द्वारा नौकरी छोडने के लिए दबावतंत्र का उपयोग किया । इसके लिए छात्रों ने उसे कमरे में बंद कर रखा था । सोनाली दास ने कहा कि मेरे छात्रों ने मेरे साथ ऐसा किया, इस पर मुझे विश्वास नहीं होता । मेरे द्वारा पढाए अनेक विद्यार्थी अभी तक मेरे संपर्क में हैं; परंतु जो हुआ, उस पर विश्वास नहीं हो रहा था । ये लोग हमें नहीं छोड़ेंगे।

३. एक ५५ वर्षीय महिला शिक्षिका ने बताया कि उसकी परिस्थिति ऐसी थी कि उसे खिडकी से बाहर कूद कर जीवन की रक्षा करनी पडी । मुसलमान विद्यार्थी उन्हे ‘काफिर’ कह रहे थे ।

४. ‘जेसोर नर्सिंग इन्स्टिट्यूट’ की प्रमुख खुकू रानी बिस्वास को धर्मांध मुसलमान छात्रों ने ५ घंटे तक उनके कार्यालय में घेरकर रखा था । इस समय उनसे त्यागपत्र की मांग की गई ।

५. खुल्ना अभियांत्रिकी तथा तंत्रज्ञान विद्यापीठ के कुलगुरु मिहिर रंजन हलदर को १२ अगस्त को त्यागपत्र देने के लिए विवश किया गया । इसकी जानकारी ‘एक्स’ पर दी गई ।

६. चंद्पुर के पुराने बाजार पदवी महाविद्यालय के प्राचार्य रतनकुमार मजुमदार को भी त्यागपत्र देने के लिए बाध्य किया गया।

७. कुछ मुसलमान छात्रों ने कुलगुरू सौमित्र शेखर को त्यागपत्र देने पर विवश किया । सौमित्र शेखर बांग्लादेश के मोयमोनसिंघा जिलेे में काजी नजरुल इस्लाम विद्यापीठ के कुलगुरु थे ।

संपादकीय भूमिका 

बांग्लादेश की स्थिति को देखते हुए ऐसा स्पष्ट होता है कि *हिन्दुओं के पूर्ण रूप से समाप्त होने तक ऐसे ही चलनेवाला है। इसलिए भारत के साथ पूरे विश्व के हिन्दुओं को इस प्रकार की स्थिति देखने की आदत डाल लेनी चाहिए; क्योंकि वे इस स्थिति को परिवर्तित करने की इच्छा नहीं रखते ! ‍