प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदीजी बांग्लादेश में मंदिरों पर हो रहे आक्रमणों का संज्ञान लेते हुए उनकी सुरक्षा के लिए कदम उठाए ! – दामोदर प्रभु, इस्कॉन, धनबाद

बांग्लादेश के हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार एवं हत्याएं रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा तत्काल सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर हिन्दू राष्ट्र समन्वय समिति का एक दिवसीय धरना आंदोलन !

१५ अगस्त अभियान

१५ अगस्त के निमित्त राष्ट्रध्वज का होनेवाला अपमान रोकने हेतु वाराणसी, पटना (बिहार) के प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया ।

स्वयं के सर्वांगीण उन्नति की जिज्ञासा जागृत रखें ! – आनंद जाखोटिया

प्राचीन समय में गुरुकुल में सर्वांगीण शिक्षा दी जाती थी । इसलिए जीवन की विपरीत परिस्थितियों से लडने का साहस छात्र जीवन में ही प्राप्त होता था । गुरु ढूंढने की अपेक्षा उन्हें प्राप्त करने के लिए हमें अपने चित्त को शुद्ध करने के साथ ही जिज्ञासा रखना आवश्यक है ।’

संस्कार शिविर में सनातन संस्था द्वारा ‘तनाव मुक्ति हेतु अध्यात्म’ विषय पर प्रवचन !

श्रीमती प्राची जुवेकर ने मार्गदर्शन करते हुए बताया कि मन की दुर्बलता के कारण तनाव आता है । साधना से मन सक्षम बनकर मन की दुर्बलता दूर होकर तनाव नहीं आता । कलियुग में नामजप ही साधना है ।

भारतीय संस्कृति की वैज्ञानिकता के कारण पश्चिमी देशों में भी बढ रहा है आकर्षण ! – आनंद जाखोटिया, हिन्दू जनजागृति समिति

ऋषियों द्वारा बताई बातों के वैज्ञानिक तथ्य समझकर जीवन में उतरना आवश्यक है’’, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति श्री. आनंद जाखोटिया ने किया । वे यहां के हरिशेवा संस्कृत शिक्षक प्रशिक्षण विद्यालय के छात्रों को संबोधित कर रहे थे ।

भीलवाडा (राजस्थान) के महामंडलेश्वर हंसारामजी महाराज के हिन्दू जनजागृति समिति को शुभाशीर्वाद !

उदासीन अखाडे के महामंडलेश्वर हंसाराम उदासीन महाराजजी की हिन्दू जनजागृति समिति के मध्य प्रदेश एवं राजस्थान समन्वयक श्री. आनंद जाखोटिया एवं श्री. संदीप काबरा ने भेंट लेकर हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य हेतु उनके आशीर्वाद प्राप्त किए ।

साधको, सकारात्मकता के महत्त्व को समझो तथा उसके लिए प्रयास कर सभी प्रकार की समस्याओं पर विजय प्राप्त करने हेतु सक्षम बनो !

सकारात्मक व्यक्ति का मन आनंदित एवं उत्साहित होने के कारण उसका शरीर उसे उतनी ही सकारात्मकता से उसका साथ देता है । किसी भी प्रकार के संकटों अथवा शारीरिक एवं मानसिक कष्टों से वह व्यक्ति बडी सहजता से बाहर निकल जाता है