पाकिस्तान से देहली आए हिन्दू शरणार्थियों का ईसाई मिशनरियों द्वारा किया जा रहा है धर्मांतरण !
भारत की राजधानी में ऐसा होना, हिन्दुओं के लिए लज्जाजनक है ! हिन्दू संगठनों को यह प्रयास वैधानिक रूप से रोकना आवश्यक है !
भारत की राजधानी में ऐसा होना, हिन्दुओं के लिए लज्जाजनक है ! हिन्दू संगठनों को यह प्रयास वैधानिक रूप से रोकना आवश्यक है !
जो हिन्दुओं के साथ छल कर उनका धर्मांतरण करने वालों के विरुद्ध स्वयं कार्यवाही नहीं करते एवं जब उन्हें ग्रामीण पकडते हैं, तो वो उन्हें मुक्त कर देते हैं ; इससे क्या यह समझा जाए कि, यह पुलिस का हिन्दू -द्वेष एवं ईसाई प्रेम है ?
छत्तीसगढ राज्य के पत्थल गांव के खुंटापानी में, जशपुर राजपरिवार के सदस्य तथा भाजपा के प्रदेश मंत्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने ४०० परिवारों के १ सहस्र २०० लोगों के पैर धोकर उन्हें पुनः हिन्दू धर्म में प्रवेश दिया ।
इस घटना से देशभर में धर्मांतरण बंदी कानून लागू करने की और उसकी कठोर कार्यवाही करने की आवश्यकता स्पष्ट होती है !
हिन्दुओं का धर्मांतरण करने के लिए, प्रति माह १२ सहस्र रुपए प्राप्त होने की पादरियों की स्वीकृति !
देश में कोई धर्मांतरण विरोधी कानून नहीं है, इसलिए ईसाई मिशनरी अभी भी हिन्दुओं का धर्मांतरण करते हैं । सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए तथा शीघ्रातिशीघ्र धर्मांतरण विरोधी कानून बनाना चाहिए !
प्रशासन को ऐसे विद्यालयों से ईसाई मिशनरियों निरस्त कर विद्यालय अपने नियंत्रण में ले लेना चाहिए। ध्यान दें कि हिन्दू मंदिरों का सरकारीकरण करने की पहल करने वाले शासक इस बारे में चुप हैं !
हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों ने चर्च में गाए भजन !
ऐसे लोगों को कठोर दंड मिलने हेतु, धर्मांतरणविरोधी कानून की आवश्यकता !
तमिलनाडु में नास्तिकवादी द्रमुक सरकार होने के कारण, उससे हिन्दुओं को न्याय मिलने की संभावना नहीं है । ऐसी घटनाएं स्थायी रूप से रोकने के लिए, सर्वदूर के हिन्दुओं को हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए दृढ संकल्प करना चाहिए !
एक राज्य में यदि ऐसा संभव है, तो केंद्र सरकार को देश में इस प्रकार का सर्वेक्षण कर हिन्दुओं का धर्मांतरण करने वाले ईसाइयों को रोकने के लिए प्रयास करने चाहिए, ऐसा ही हिन्दुओं को लगता है !