‘ईसाई धर्म स्वीकारने पर आपको एक पुत्र होगा’, ऐसा प्रलोभन देकर ईसाई मिशनरियों द्वारा हिन्दू परिवार का धर्मांतरण करने का प्रयास !

  • ईसाई मिशनरियों को ग्रामीणों ने पकड कर रखा ; परंतु, पुलिस ने उन्हें छोड दिया ! – संपादक

  • ईसाई मिशनरियों के विरुद्ध जागृत एवं संगठित होने वाले ग्रामीणों का अभिनंदन ! देश में धर्मांतरण विरोधी कानून न होने के कारण ही अभी भी मिशनरियों के लिए अनुकूल वातावरण है । इसे देखते हुए, केंद्र सरकार को शीघ्रतिशीघ्र कानून बनाने की आवश्यकता है ! – संपादक

  • जो हिन्दुओं के साथ छल कर उनका धर्मांतरण करने वालों के विरुद्ध स्वयं कार्यवाही नहीं करते एवं जब उन्हें ग्रामीण पकडते हैं, तो वो उन्हें मुक्त कर देते हैं ; इससे क्या यह समझा जाए कि, यह पुलिस का हिन्दू -द्वेष एवं ईसाई प्रेम है ? – संपादक
धर्मांतरण

रामगढ (झारखंड) – ‘ईसाई धर्म स्वीकारने पर पुत्र जन्मेगा’, यह प्रलोभन देकर ईसाई मिशनरियों द्वारा एक हिन्दू परिवार को धर्मांतरित करने का प्रयास करने की बात उजागर हुई है । यहां के गंजूडीह टोला गांव के निवासी कर्मा करमाली की चार बेटियां थी तथा ‘अब पुत्र हो’, ऐसी उनकी अपेक्षा थी । ईसाई मिशनरियों ने उसे यह कहते हुए कि, ‘जब आप ईसाई बन जाओगे तब आपका एक पुत्र होगा’, उन्हें धर्मांतरण के लिए विवश किया । उनके परिवार का धर्मांतरण करने के लिए ६ ईसाई मिशनरी गांव आए थे । इसकी जानकारी होते ही  ग्रामीणों ने मिशनरियों को पकड लिया । पुलिस को यह सूचना मिलने के पश्चात, पुलिस ने उन्हें मुक्त कर दिया ।