उष्णता के विकारों पर सनातन की आयुर्वेदीय औषधियां

‘उष्णता के विकारों पर (उदा. शरीर पर घमोरियां होना, फुंसी होना, लघुशंका के समय जलन होना) दिन में ३ बार आधी चाय की चम्मच सनातन अडूसा चूर्ण एवं आधी चाय की चम्मच सनातन उशीर (खस) चूर्ण एकत्र कर आधी कटोरी पानी में मिलाकर पीएं । ऐसा लगभग १ से २ सप्ताह करें ।’

आयुर्वेद की औषधियां एवं उनकी समाप्ति तिथि (एक्सपायरी डेट)

आयुर्वेद के चूर्ण, गोलियां, दंतमंजन, केश तेल इत्यादि औषधियों पर निश्चित समाप्ति तिथि (एक्सपायरी डेट) लिखी होती है । इस दिनांक के उपरांत औषधि लेने पर, उसका कुछ दुष्परिणाम होता है क्या ?

नकली औषधियों के प्रकरण में कर्नाटक में २५ प्रतिष्ठान काली सूची में !

‘कर्नाटक राज्य वैद्यकीय पूर्ति निगम’ ने यह आदेश दिया है । इन प्रतिष्ठानों के आंख तथा कान के ड्रॉप्स, पाउडर, गोलियां, सुई, इंजेक्शन, हैंड सॅनिटाइजर, विटॅमिन सी की गोलियां तथा सर्जिकल ग्लो‍व निकृष्ट स्तर के पाए गए हैं ।

गर्मी से बचने के लिए डॉक्टर ने चार पहिया वाहन पर लगाया गोबर का लेप !

वाहन के बाहर गोबर लगाने से अंदर गर्मी नहीं जाती । इस कारण वाहन अंदर से ठंडा रहता है, ऐसा विशेषज्ञों का भी कहना है ।

पुरुषों को खडे होकर लघु शंका (पेशाब) करने की अपेक्षा बैठकर करना लाभदायक ! – विदेशी विशेषज्ञ

डॉ. जेसी मिल्स ने कहा कि जिन्हें देर तक खडे रहने में अडचन है, ऐसे लोगों के लिए बैठकर लघु शंका करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है ।

कैंसर एवं हृदय से संबंधित रोगों पर भी वर्ष २०३० तक टीके (vaccine) होंगे !

कैंसर एवं हृदय से संबंधित विकारों पर २०३० तक टीके बनाए जाएंगे, ऐसा दावा अमेरिका के विशेषज्ञों ने किया है।