पाकिस्तान में १२ जिहादी आतंकवादी संगठनों को आश्रय !

अमेरिकी संगठन को जो ज्ञात है, उसकी जानकारी संपूर्ण विश्व को और संयुक्त राष्ट्र को भी है…

अमेरिका के हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की पहल से वहां के राज्य, अक्टूबर को ‘हिन्दू धरोहर माह’ के रूप में मनाएंगे !

अमेरिका की प्रगति में हिन्दू धर्म का अमूल्य योगदान ! – विभिन्न राज्यों के राज्यपाल

(कहते हैं) ‘प्रधानमंत्री की अमेरिका यात्रा की अवधि में हम उन्हें रातों को नींद भी लेने नहीं देंगे !’ – खलिस्तानी संगठन की धमकी

क्या सरकार खलिस्तानी आतंकवाद नष्ट करने हेतु अब तो कदम उठाएगी ?-

अमेरिका की ओर से अफगानिस्तान को ४ सहस्र ७१४ करोड़ रुपए की सहायता की घोषणा

अमेरिका की गांधीगीरी ! यह सांप को दूध पिलाने समान है ! मानवता के नाम के नीचे दी जाने वाली यह रकम गरीब अफगानी नागरिकों को मिलेगी या तालिबानी आतंकवादी इसे स्वयं के लिए खर्च करेंगे, इस पर कौन और कैसे ध्यान रखेगा ? इसके पहले अमेरिका ने इस प्रकार की सहायता पाक को की थी और पाक द्वारा इसे जिहादी आतंकवादियों पर खर्च करने का इतिहास है !

अमेरिका एवं कनाडा के १५० हिन्दू संगठनों ने ‘ग्लोबल डिस्मेंटलिंग हिन्दुत्व’ सम्मेलन का विरोध किया !

कहां हिन्दू-विरोधी कार्यक्रमों के विरुद्ध तत्परता से संगठित होकर सक्रिय होने वाले विदेश के हिन्दू और कहां हाथ पर हाथ धरे चुप बैठने वाले भारत के साधारण हिन्दू ?

देश तथा विदेश में हिंसा, यही है पाकिस्तान की संस्कृति ! – भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान को सुनाया 

क्योंकि, पाकिस्तान एक निर्लज्ज देश है, इसे कितने भी शब्दों से फटकारा, तो भी उसका उस पर कोई प्रभाव नहीं पडेगा ! उसे स्थायी रूप में नष्ट करना ही उचित है !

चीन और तालिबान के बीच संबंध बहुत अच्छे नहीं हैं, तथापि वे कोई मार्ग निकालने का प्रयत्न कर रहे हैं ! – जो बायडेन

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बायडेन ने कहा, “अब तालिबान से कैसे निपटना चाहिए ?, यह सभी देश विचार कर रहे हैं ।

तालिबान एवं पाकिस्तान का गठबंधन भारत के लिए संकटकारी  ! –  सीआईए के भूतपूर्व प्रमुख डगलस लंदन

अफगानिस्तान के पंजशीर प्रांत पर नियंत्रण प्राप्त करने में पाकिस्तान द्वारा तालिबान की सहायता करने के लिए एक ड्रोन आक्रमण ने उनके गठबंधन को मुहर-बंद (सील) कर दिया है । इस पृष्ठभूमि पर डगलस लंदन बोल रहे थे ।