प्रतिवर्ष कोरोना की वैक्सिन लेनी पडेगी ! – अमेरिकी व्हाइट हाऊस के मुख्य सलाहकार डॉ. फाऊची
‘लोगों ने नियमित रुप से वर्ष में एक बार जैसे ‘फ्लू’ का इंजेक्शन दिया जाता है, उसी प्रकार कोरोना का वैक्सीन भी देना पडेगा’, ऐसी संभावना फाऊची ने व्यक्त की है ।
‘लोगों ने नियमित रुप से वर्ष में एक बार जैसे ‘फ्लू’ का इंजेक्शन दिया जाता है, उसी प्रकार कोरोना का वैक्सीन भी देना पडेगा’, ऐसी संभावना फाऊची ने व्यक्त की है ।
इस प्रकार के वक्तव्य देने की अपेक्षा, संयुक्त राष्ट्र तालिबान को समाप्त करने का प्रयास क्यों नहीं कर रहा है ? – संपादक
अफगानिस्तान में तालिबान अधिक से अधिक शहरों को अधिकार में लेने के डर से अमेरिका ने अफगानिस्तान में रह रहे उसके नागरिकों को बाहर निकालने की तैयारी की है ।
पहले अफगानिस्तान की रक्षा का दायित्व अमेरिका ने लिया था ; परंतु, अब अमेरिका अपना दायित्व अफगानिस्तान पर ही मढ रहा है । इससे अमेरिका का वास्तविक स्वरूप ध्यान में आता है !
विज्ञान द्वारा की तथाकथित प्रगति का परिणाम !
भारत इस परिषद का अगस्त माह के लिए अध्यक्ष बना है, तो वर्ष २०२१-२२ के काल में अस्थायी सदस्य भी है । सदस्य देशों को एक-एक माह के लिए अध्यक्ष पद मिलता है ।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि, राजदूत टी एस मूर्ती ने कहा है कि भारत समुद्री रक्षा, शांति रक्षा एवं आतंकवाद रोकना, इन तीन प्रमुख बातों पर काम करेगा ।
संयुक्त राज्य अमेरिका में वैज्ञानिकों ने दावा किया है, कि लगातार १० वर्षों तक प्रतिदिन १७ मिनट तक स्मार्टफोन का उपयोग करने से कर्क रोग (कैंसर) की संभावना ६० प्रतिशत तक बढ जाती है ।
जिन नागरिकों ने टीके की दोनों खुराक ले ली हैं, उन्हें भी पुनः मास्क पहनना होगा !
वैश्विक जलवायु परिवर्तन पृथ्वी के वायुमंडल को प्रभावित कर रहा है। अंटार्कटिका में हिमनग पिघल रहे हैं। जिसके फलस्वरूप समुद्र तटीय नगरों में जल स्तर बढ़ रहा है ।