डेनमार्क में मिस्र एवं तुर्कीये दूतावासाें के सामने कुरान जलाया  !  

डेनमार्क की  राजधानी कोपनहेगन में २५ जुलाई को तीसरी बार मिस्र एवं तुर्कीये दूतावासाें के सामने कुरान जलाया गया । इस घटना पर संसारभर के इस्लामी देशाें ने संतप्त प्रतिक्रियाएं व्यक्त की हैं ।

विश्व स्तर पर महासागरों के ५६% पानी का रंग हुआ हरा !

अत्याधुनिक तकनीक का अतिक्रमण करने के कारण प्रकृति की पूर्ण न होने वाली भरपाई, ऐसी हानि हो रही है । इस माध्यम से विज्ञान पर आधारित मानव समूह स्वयं का विनाश ही कर रहा है, यह समझ लें !

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को फ्रांस का सर्वोच्च सम्मान पुरस्कार प्रदान

यह सम्मान प्राप्त करनेवाले मोदी बने प्रथम भारतीय प्रधान मंत्री !

भारतीय खगोलशास्त्रज्ञ अश्विन शेखर के नाम छोटे ग्रह का नामकरण कर किया सम्मानित !

आंतरराष्ट्रीय खगोलीय संघ ने (‘आइएयू’ने) भारतीय खगोलशास्त्रज्ञ अश्विन शेखर के नाम पर एक छोटे ग्रह का नामकरण कर उन्हें सम्मानित किया है । इससे पूर्व ऐसा सम्मान केवल ५ भारतीयों को मिला था । आधुनिक भारत में यह सम्मान प्राप्त करनेवाले ये पहले खगोलशास्त्रज्ञ हैं ।

स्वीडन में अब कुरान, बायबल एवं ज्यू धर्मियों की ‘टोरा’ धार्मिक पुस्तक जलाने हेतु मांग की अर्ज !

एक महिला ने भी कुरान जलाने की अनुमति पुलिस से मांगी है । पुलिस का कहना है कि अब तक हमने किसी की भी मांग को अस्वीकार नहीं किया है । प्रत्येक की मांग की समीक्षा की जाएगी ।

नीदरलैंड सरकार अगले वर्ष से विद्यालयों में मोबाइल प्रयोग पर प्रतिबंध लगाएगी !

सरकार का कहना है कि, यंत्रों का शिक्षा पर परिणाम होता है । विद्यार्थी अध्ययन पर ध्यान केंद्रित नहीं कर सकते ।

‘बीबीसी’ द्वारा फ्रान्स की हिंसा को अप्रत्यक्ष समर्थन देने का समाचार प्रकाशित !

‘पत्रकारिता एकपक्षीय नहीं होनी चाहिए’, यह सत्य है; परंतु उसका संतुलन बनाए रखते समय हिंसा का समर्थन करना, यह निषेधार्ह ही है । अर्थात भारत के धर्मांधों को सदैव समर्थन देनेवाली बीबीसी से फ्रान्स के संदर्भ में और क्या अपेक्षा की जा सकती है ?

जागतिक स्तर पर ३ जुलाई था अब तक का सबसे उष्ण दिन !

इस परिस्थिति के लिए वैज्ञानिक उपकरणों का अत्यधिक उपयोग कारणीभूत है ! यदि अभी इस पर लगाम नहीं लगाई, तो अगली पीढियों के लिए यह परिस्थिति और अधिक भयानक होगी, यह समझ लें !

धर्मांध मुसलमानों द्वारा फ्रांस के उपरांत अब बेल्जियम एवं स्वित्जरलैंड में भी हिंसाचार !

दंगे करनेवालों में मुसलमान नवयुवतीयों का भी समावेश है । यहां इन धर्मांधों द्वारा पेट्रोल बम का उपयोग किया जा रहा है ।

(…..और इनकी सुनिए) ‘जिहाद के माध्यम से फ्रांस बनेगा इस्लामी देश !’ – पैलेस्टाईन के मौलाना अबु तकी अल-दिन-अल् दारी

इस्लाम को तो शांति का धर्म कहा जाता है, तो उसके नाम पर संबंधित मौलाना का वक्तव्य, साथ ही फ्रांस में चल रही हिंसा से इस्लामी देशों का ‘इस्लाम सहयोग संगठन’, साथ ही संपूर्ण विश्व के इस्लामी विद्वान चुप क्यों बैठते हैं ?