स्टॉकहोम (स्वीडन) – एक सप्ताह पहले यहां सलवान मोमिक नामक व्यक्ति ने न्यायालय की अनुमति लेकर कुरान जलाई थी । उसका परिणाम जगभर में विशेषरूप से इस्लामी देशों में दिखाई दिया । अब स्टॉकहोम में ही एक ३० वर्षीय व्यक्ति ने १५ जुलाई को इस्रायल के दूतावास के बाहर ज्यू धर्मियों की धार्मिक पुस्तक ‘टोरा’ एवं ईसाइयों की ‘बायबल’ जलाने की अनुमति पुलिस से मांगी है । यह अनुमति अभिव्यक्ति स्वतंत्रता के नाम पर ही मांगी गई है ।
Three requests to burn religious texts, including a Torah book, have been submitted to police in Sweden by self-described free-speech advocates.#Sweden #Israel https://t.co/RYXRoEn10h
— The Foreign Desk (@ForeignDeskNews) July 6, 2023
दूसरी ओर एक ५० वर्षीय महिला ने भी कुरान जलाने की अनुमति पुलिस से मांगी है । पुलिस का कहना है कि अब तक हमने किसी की भी मांग को अस्वीकार नहीं किया है । प्रत्येक की मांग की समीक्षा की जाएगी ।
Huge protests have erupted across Muslim nations after Quran was burnt in Sweden. #Quran #QuranBurning #Sweden pic.twitter.com/MLDskNKqJn
— IndiaToday (@IndiaToday) July 6, 2023
स्वीडन में इस्रायल के राजदूत जिव नेवो कुलमन ने इस मांग पर ट्वीट किया कि मैं स्वीडन में अब और धार्मिक पुस्तकें जलाने की संभावना होने से भयभीत हूं । फिर वह ‘कुरान’ हो, ‘टोरा’ हो अथवा अन्य कोई भी पुस्तक हो । इस घृणास्पद कृत्य को रोकना चाहिए ।