मेरठ (उत्तरप्रदेश) में कांवडयात्रा में एक महंत की निगरानी (रेकी) करनेवाले नजीम को बनाया बंदी

मुसलमानों द्वारा हिन्दू संत-महंतों की निगरानी करना अत्यंत गंभीर चिंता का विषय है । ‘हिन्दू समाज का दिशादर्शन करनेवाले संत-महंतों की हानि पहुंचाकर हिन्दुओं को नेतृत्वहीन करने की यह कोई योजना तो नहीं ? इसकी गहन छानबीन होना आवश्यक !

वाराणसी (उत्तरप्रदेश) में एक गांव के शिवमंदिर में शिवपिंडी की अज्ञातों द्वारा तोडफोड

उत्तरप्रदेश में भाजपा की सरकार होते हुए इस प्रकार की घटनाएं न हों, ऐसा हिन्दुओं को लगता है ! इसके लिए जो उत्तरदायी हों, उनकी खोज कर आजन्म कारावास का दंड दिलाने के लिए सरकार को प्रयत्नशील होना चाहिए !

बिजनौर (उत्तर प्रदेश) में दो मुसलमानों ने अपने सिर पर भगवा फेटा बांध कर कब्रों पर आक्रमण किया !

हिन्दुओं के लिए यह एक धोखा दायक घटना है ! हिन्दुओं को हिंसक दिखाकर मुसलमानों से हिन्दुओं के विरुद्ध हिंसाचार करवाने का एक कुटिल प्रयास है । यदि भविष्य में ऐसे षड्यंत्र सफल होते हैं, तो क्या हिन्दू स्वयं अपनी रक्षा कर पाएंगे ? ध्यान दें कि हिन्दुओं के पास आत्मरक्षा प्रशिक्षण लेने के सिवाय कोई विकल्प नहीं है !

मेरठ में (उत्तरप्रदेश) धर्मांध मुसलमानों द्वारा ‘कांवड’ में थूकने की घटना !

देश में ईश्वर निंदा करने के प्रकरण में कठोर कानून न होने से इसी प्रकार की घटनाएं होने पर भी आरोपियों को कठोर दंड नहीं होता । सरकार अब तो इसकी गंभीरता समझेगी, ऐसी हिन्दुओं की आशा है !

‘श्री काशी विश्वनाथ धाम’ में अधिक शुल्क देकर ‘सुगम दर्शन’ की योजना बंद की जाए ! – हिन्दू जनजागृति समिति

गरीब का हो अथवा धनवान का, समय तो सभी के लिए महत्त्वपूर्ण होता है । इसमें भेदभाव नहीं करना चाहिए ।

बागपत (उत्तरप्रदेश) में मुसलमानों के विरोध के पश्चात भी पिछले ५ वर्षों से कावड यात्रा में सम्मिलित हो रहे हैं बाबू खान !

हिन्दु मुसलमानों के त्योहारों में सम्मिलित होते हैं; किंतु मुसलमान कुछ अपवाद छोडकर कभी भी हिन्दुओं के त्योहारों में सम्मिलित नहीं होते, इसके विपरीत वस्तुस्थिति यह है कि हिन्दुओं की धार्मिक शोभायात्राओं पर मुसलमान आक्रमण करते हैं !

हाथरस (उत्तरप्रदेश) में ट्रक द्वारा कुचले जाने से ७ कावडियों की मृत्यु

ये यात्री हरिद्वार से गंगाजल लेकर ग्वालियर लौट रहे थे । पुलिस ने कहा कि ट्रकचालक को शीघ्र ही बंदी बनाया जाएगा ।

विधायक मुख्तार अन्सारी जैसे अपराथी कानून के निर्माता होना, यह भारतीय लोकतंत्र पर धब्बा ! – इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ

देश में ऐसे सैकडों ‘दाग’ हैं, पहले भी थे और आगे भी रहेंगे, इसमें जनता को संदेह नहीं ! यदि इस स्थिति को बदलना है, तो बडा संघर्ष करना पडेगा; लेकिन इसके लिए जनता की तैयारी नहीं, यही वस्तूस्थिति है !

प्रतापगढ (उत्तर प्रदेश)में बालकों को राइफल चलाने का प्रशिक्षण देने के आरोप में दो कट्टरपंथियों को बनाया बंदी !

हिन्दुओं के कार्यक्रमों में यदि केवल लाठियां भी हों, तब भी आतंकवादियों समान उनकी छवि निर्माण करनेवाले तथाकथित आधुनिकतावादी, हिन्दूद्वेषी मीडिया आदि अब मौन क्यों ?

विद्यालय में आते समय पगडी, कृपाण और कडा धारण कर न आएं !

ऐसे विद्यालयों का पंजीकरण रद्द कर सबंधितों को सिक्खों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में कारागृह में बंद कर देना चाहिए; इससे उन पर धाक रहेगी ।