जिले में कांवड़ यात्रा के समय दंगा भड़काने का षड्यंत्र उजागर !
बिजनौर (उत्तर प्रदेश) – जिले के शेरकोट थाने की सीमा में स्थानीय लोगों ने हिन्दुओं के वेश में ३ मजारों (मुस्लिम कब्रों) पर आक्रमण करके, धर्मांध कट्टरपंथियों द्वारा धार्मिक दंगा भड़काने के प्रयास को विफल कर दिया । इस प्रकरण में पुलिस ने दो भाइयों मोहम्मद आदिल और मोहम्मद कमाल को बंदी बनाया है ।
UP police thwart conspiracy by Kamal and Adil to blame Hindus for the desecration of Mazar in Bijnor: Detailshttps://t.co/Wqa5jvpV2r
— OpIndia.com (@OpIndia_com) July 25, 2022
१. मुहम्मद आदिल और मुहम्मद कमाल ने यहाँ मजार पर आक्रमण किया और उसकी तोड़फोड़ की और उस पर बिछाई हुई चादर और पर्दे जला दिए।
२. घटना के घटने पर स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके उपरांत पुलिस अधीक्षक और जिलाधीश ने घटनास्थल पर पहुंचकर दोनों को बंदी बनाया ।
३. पुलिस दोनों भाइयों से गहन पूछताछ कर रही है और घटना परिसर में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है । पुलिस इस तोड़फोड़ के सही कारणों की जांच कर रही है । आशंका है कि यदि ये दोनों भाई पकड़े नहीं गए होते, तो हिन्दुओं के विरोध में बडी हिंसा हुई होती ।
४. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने पूरी घटना की जानकारी देते हुए कहा कि शेरकोट पुलिस ने एक बड़ी घटना को घटित होने से रोका । २४ जुलाई की संध्या करीब ५ बजे पुलिस को सूचना मिली कि ‘जलाल शाह मजार में तोड़फोड़ की गई है और चादरें जला दी गई हैं’। इस पर कडी कार्रवाई करते हुए जब तक पुलिस जांच कर ही रही थी, दूसरी सूचना मिली कि इसी थाने के अंतर्गत भूरे शाह मजार में भी तोड़फोड़ की गई है । पुलिस ने वहां पहुंचकर वहां भी कार्रवाई की । आरोपी आदिल और कमाल दोनों के सिर पर भगवा रंग का फेटा बंधा हुआ था । वे कावड़ यात्रा काल में ऐसी घटना कर, जिले में सामाजिक वातावरण दूषित करने का प्रयत्न कर रहे थे।
संपादकीय भूमिकाहिन्दुओं के लिए यह एक धोखा दायक घटना है ! हिन्दुओं को हिंसक दिखाकर मुसलमानों से हिन्दुओं के विरुद्ध हिंसाचार करवाने का एक कुटिल प्रयास है । यदि भविष्य में ऐसे षड्यंत्र सफल होते हैं, तो क्या हिन्दू स्वयं अपनी रक्षा कर पाएंगे ? ध्यान दें कि हिन्दुओं के पास आत्मरक्षा प्रशिक्षण लेने के सिवाय कोई विकल्प नहीं है ! |