बंगाल की बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ करनेवाले गोतस्करों का सैनिकों पर लोहे की सलाखों से आक्रमण

सरकार को घुसपैठी तस्करों द्वारा सैनिकों पर आक्रमण करने से पूर्व ही अर्थात दिखते ही उन पर गोलियां दागने का आदेश देना चाहिए !

पटाखों पर प्रतिबंध लगाने के लिए कोलकाता उच्च न्यायालय में पुन: याचिका प्रविष्ट करेंगे – चित्रपट निर्मित्री रोशनी अली

हिन्दुओं के त्योहारों पर पर्यावरण के नाम पर न्यायालय में याचिका प्रविष्ट करने वाले धर्मांध अपने धर्म के उत्सव के समय होने वाले प्रदूषण के समय चुप क्यों बैठते हैं ? इससे इनका हिन्दू द्वेष ही स्पष्ट होता है, यह धर्मनिरपेक्षता का गुणगान करने वाले हिन्दुओं को कब समझ में आएगा ?

जाधवपुर, पश्चिम बंगाल की श्री श्री अर्चनापुरी मां ने किया देहत्याग !

श्री ठाकुर के दिव्य मार्गदर्शन से प्रेरित, श्री अर्चना पुरी मां ने अकेले ही ४००० से अधिक गीतों का भंडार रचा था, जिसमें कविता, निबंध, नाटक, नृत्य-नाटक, कहानियां, गीतात्मक नाटक, गीत, मां शारदा एवं अन्य संतों की जीवनी आदि का एक समृद्ध संग्रह बनाया ।

(कहते हैं) ‘बांग्लादेश में कुरान का अपमान करने वालों का सिर काट देना चाहिए !’

ध्यान रखें, कि बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार ऐसे मौलानाओं के विरुद्ध कभी भी कार्यवाही नहीं करेगी ! बंगाल दूसरा बांग्लादेश बन गया है, इसलिए, कल वहां भी हिन्दुओं एवं उनके मंदिरों पर आक्रमण आरंभ हो गए, तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए !

दुर्गापुर (बंगाल) में श्री दुर्गादेवी की मूर्ति का विसर्जन कर वापस लौट रहे भक्तों पर अज्ञातों की ओर से आक्रमण

बंगाल के हिन्दुओं ने हिन्दू विरोधी ममता (बानो) बनर्जी की तृणमूल काँग्रेस को चुनने के बाद उनके ऊपर संकटों के धारावाहिक चालू हुए हैं । वहां के हिन्दुओं को जब यह ध्यान में आएगा, वो अच्छा दिन होगा !

बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे आक्रमणों पर तृणमूल कांग्रेस मूक ! – भाजपा का आरोप

हिन्दुओं को अपेक्षा है, कि केंद्र की भाजपा सरकार बांग्लादेश के हिन्दुओं की रक्षा के लिए प्रयास करेगी !

कोलकाता में पहली बार श्री दुर्गादेवी की सार्वजनिक स्थान पर की जाने वाली पूजा महिला पुजारी करेगी !

इतिहास में पहली बार ऐसी घटना हो रही है । शहर के ‘साऊथ कोलकाता क्लब’ ने यह निर्णय लिया है ।

कोलकाता में धर्मद्रोही हिन्दू चित्रकार द्वारा हिजाब धारण किए हुए श्री दुर्गादेवी का चित्र बनाकर घोर अपमान !

हिन्दुओं को धर्मशिक्षा न होने से और उनमें धर्माभिमान न होने से वे इस प्रकार के काम करते हैं, यह हिन्दुओं के लिए लज्जास्पद ! हिन्दू राष्ट्र में प्रत्येक हिन्दू को धर्मशिक्षा दी जाएगी ! – संपादक

कोलकाता स्थित (बंगाल) श्री कालीघाट का जागृत श्री कालीमाता का मंदिर

१८ वीं शताब्दी में निर्मित श्री कालीघाट शक्ति उपासना का केंद्र है । वहां हुगली नदी के तट पर श्री कालीमाता का प्रसिद्ध मंदिर है । वह ५१ शक्तिपीठों में से एक है । यहां सती के दाएं चरण की ४ उंगलियां गिरी थीं ।