मुर्शिदाबाद (बंगाल) में मुसलमान छात्राओं को हिजाब पहनकर विद्यालय में आने से रोकने पर धर्मांधों की ओर से विद्यालय की तोडफोड

शिक्षा विभाग की ओर से ‘हिजाब पहनकर न आएं’, ऐसा आदेश ना होने का स्पष्ट करने के बाद तनाव शांत

  • हिजाब पहनने की अनुमति नहीं; इसलिए विद्यालय पर पत्थर फेंकने वाले धर्मांध भारत में रहने के लायक हैं क्या ? इस विषय में ढोंगी धर्मनिरपेक्षतावादी क्यों नहीं बोलते ? – संपादक
  • विद्यालय की तोडफोड करने वालों से हानिभरपाई वसूल करनी चाहिए और तोडफोड करने वाले लडकों को विद्यालय से निकाल देना चाहिए !  – संपादक
विद्यालय की तोडफोड करने धर्मांध

मुर्शिदाबाद (बंगाल) – यहां के बहुताली क्षेत्र के माध्यमिक विद्यालय में मुसलमान छात्राओं के बुरखा और हिजाब पहनकर आने से शिक्षकों ने उन्हें विद्यालय में आने से रोका । इन छात्राओं ने इसकी जानकारी अभिवावकों को देने के बाद धर्मांधों की बडी संख्या में भीड आई और उन्होंने विद्यालय की तोडफोड की । पुलिस के बहुत प्रयास करने के बाद परिस्थिति पर नियंत्रण पाया गया । इसके लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोडे । इस मामले में अभी तक १८ लोगों को हिरासत में लिया गया है।

इस हिंसा के बाद पुलिस ने विद्यालय व्यवस्थापन और मुसलमान छात्राओं के अभिभावकों के साथ एक बैठक आयोजित की । इस समय ‘बंगाल सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से किसी भी शिक्षक को छात्राओं को हिजाब पहनकर न आने के विषय में कोई भी आदेश नहीं दिया गया है’, ऐसा स्पष्ट करने पर मामला शांत हुआ ।