इस्रो के दिशादर्शक उपग्रह का सफल प्रक्षेपण

भारत ने २९ मई को ‘एनवीएस-०१’ यह दिशादर्शक उपग्रह प्रक्षेपित किया। यहां कैप्टन सतीश धवन प्रक्षेपण केंद्र से इस्रो ने जी.एस्.एल्.वी. (जिओसिंक्रोनस लाँच वेईकल) एफ् १२ प्रक्षेपक द्वारा यह उपग्रह अंतराल में प्रक्षेपित किया ।

परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने पर आंध्रप्रदेश में ९ विद्यार्थियों की आत्महत्या !

आत्महत्या करनेवालों में अल्प गुण प्राप्त विद्यार्थियों का भी समावेश

दर्शन के लिए ५०० रुपए के स्थान पर प्रत्येक से १ लाख रुपए ठगनेवाले मुसलमान विधायक को बंदी बनाया !

हिन्दुओं के मंदिरों में दर्शन टिकट में घोटाला कर पैसे ठगनेवाले मुसलमान विधायक ! हिन्दुओं के मंदिरों को ऐसे भ्रष्ट विधायक घोटाला करने का माध्यम समझते हैं, यह मंदिर सरकारीकरण का दुष्परिणाम है !

२४ सहस्र ६३२ मंदिरों की ४ लाख एकड भूमि आंध्र प्रदेश सरकार अपने नियंत्रण में लेगी !

पहले राज्यकर्ता मंदिरों को धन अर्पण करते थे, पऱंतु वर्तमान के राज्यकर्ता मंदिरों का धन लूटते हैं एवं हिन्दू भक्त उसकी ओर निष्क्रियता से देख रहे हैं । यह हिन्दुओं के लिए लज्जाजनक है !

गुंटूर (आंध्र प्रदेश) में अज्ञात लोगों द्वारा श्री गणेशमूर्ति की तोडफोड !

यहां के फिरंगीपुर गांव में ‘हाऊस गणेश’ नाम के श्री गणेश मंदिर में स्थापित श्रीगणेश मूर्ति की अज्ञात लोगों ने ३ अप्रैल की रात में तोडफोड की ।

भारतीय संस्कृति में मनुष्य के सर्वांगीण विकास की कुंजी ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी

‘‘अमेरिका साक्षरता के साथ आर्थिक, औद्योगिक, तंत्रज्ञान आदि विकास में आगे है; परंतु विकास की सर्वांगीण दृष्टि नहीं थी । इस कारण आज वहां ६० से ७० प्रतिशत लोग मानसिक रोगों से ग्रस्त हैं । अपराध, व्यसनाधीनता, बलात्कार आदि घटनाएं वहां अत्यधिक हैं ।

‘इस्रो’ के सबसे छोटे रॉकेट का सफल प्रक्षेपण

भारतीय अंतराल संशोधन संस्था अर्थात ‘इस्रो’ ने ‘एस.एस.एल.वी.-डी २’ नए ‘स्मॉल सैटेलाइट लॉन्चिंग वेहीकल’ के श्रीहरिकोटा के ‘सतीश धवन लॉन्च सेंटर’ से १० फरवरी को सुबह ९ बज कर १८ मिनट पर प्रक्षेपण किया ।

अधिवक्ताओं की कमी के कारण देश में ६३ लाख से अधिक प्रकरण न्यायदान से वंचित हैं ! – मुख्य न्यायाधीश

चूंकि अनेक न्यायालयों से अभी आंकड़े प्राप्त नहीं हुए हैं, यह संख्या कम भी हो सकती है, किन्तु हमारे न्यायालयों को कुशलतापूर्वक कार्यपालन करने के लिए ´बार संघों´ (बार एसोसिएशन ) के साथ समर्थन और सहयोग करने की आवश्यकता है ।

भारत की वास्तविकता अर्थात भ्रष्टाचार !

यह वास्तविकता भारतीयों ने स्वीकार करने के साथ ‘इसे कभी भी बदला नहीं जा सकता’, यह भी स्वीकार किया है । यह पराभूत मानसिकता बदलने के लिए जनता को इसके विरोध में संगठित होना आवश्यक है !