आंध्र प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री चंद्राबाबू नायडू को बंदी बनाया गया !

वर्ष २०२१ में चंद्राबाबू नायडू के विरुद्ध कौशल्य विकास घोटाले पर अपराध प्रविष्ट किया गया था । २५० करोड रुपए के घोटाले में चंद्राबाबू प्रथम क्रमांक के अपराधी हैं । उन पर लगाई गई धाराएं जमानत के योग्य नहीं (नॉन बेलेबल) हैं ।

इसरो के वैज्ञानिकों ने तिरुपति जाकर मंदिर में अर्पण की ‘आदित्य एल १’ की प्रतिकृति !

इसरो के वैज्ञानिक, वैज्ञानिक होते हुए भी आस्तिक हैं । भारत के ढोंगी धर्म निरपेक्षतावादी एवं आधुनिकतावादियों ने देश में ऐसी विचारधारा निर्माण की है कि वैज्ञानिक व्यक्ति को नास्तिक ही होना चाहिए । यह किस प्रकार झूठा है ?, इसरो के वैज्ञानिकों के इस कृत्य से यह ध्यान में आता है !

विशाखापट्टनम (आंध्र प्रदेश) में मंदिर की दानपेटी में मिला १०० करोड रुपए का धनादेश (चेक); परंतु बैंक खाते में केवल १७ रुपए !

यह हिन्दुओं के लिए लज्जास्पद है, कि इस देश में भगवान के साथ ऐसा छल हो रहा है !

आंध्र प्रदेश में ‘वन्दे भारत’ एक्सप्रेस में धूम्रपान (सिगरेट पीने) करने के कारण हो-हल्ला  !

अत्याधुनिक तंत्रज्ञान का उपयोग करते समय उस विषय में प्रबोधन करना भी उतना ही महत्त्वपूर्ण है, क्या यह रेल-प्रशासान के ध्यान में नहीं आता ? प्रशासन को आरोपी पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए, जिससे अन्य यात्रियों की ऐसा करने की हिम्मत न हो !

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने (इस्रो ने) एक ही समय किया सिंगापुर के ७ उपग्रहों का प्रक्षेपण  !

भेजे गए ७ उपग्रहों में ‘डीएस-एसएआर’ सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण  उपग्रह है । यह उपग्रह सिंगापुर सरकार के भिन्न भिन्न तंत्रों की आवश्यकताओं  की आपूर्ति करेगा ।

सोनभद्र (उत्तर प्रदेश) यहां हनुमान मंदिर के पास फेंका गया गोमांस !

अन्य पंथों के प्रार्थना-स्थलों पर कभी किसी प्राणी का मांस नहीं फेंका जाता; परंतु हिन्दू मंदिरों में गोमांस फेंकने की घटनाएं बार-बार होती रहती हैं, इस विषय पर कभी धर्मनिरपेक्षतावादी क्यों नहीं बात करते ?

श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी ने तिरुपति के श्री बालाजी के दर्शन कर व्यक्त की कृतज्ञता !

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी का ‘ब्रह्मोत्सव’ निर्विघ्न संपन्न होने हेतु नाडीपट्टिका के माध्यम से महर्षि ने तिरुपति जाकर श्री बालाजी के दर्शन कर कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए बताया था ।

उच्च न्यायालय ने प्रशासन को नोटिस भेजकर बाप्तिस्मा घाट के अनधिकृत निर्माणकार्य पर रोक लगा दी !

अनधिकृत निर्माणकार्य जब हो रहा था, तब क्या प्रशासन सो रहा था ? यह न्यायालय को क्यों कहना पडता है ? प्रशासन को स्वयं क्यों समझमें नहीं आता ? इसके लिए उत्तरदायी दायित्वशून्य अधिकारियों को कारागृह में डालना चाहिए !