इसरो के वैज्ञानिकों ने तिरुपति जाकर मंदिर में अर्पण की ‘आदित्य एल १’ की प्रतिकृति !

तिरुपति (आंध्र प्रदेश) – ‘इसरो’ के वैज्ञानिकों ने सूर्य के अध्ययन के लिए अंतरिक्ष में भेजे जानेवाले ‘आदित्य एल १’ यान की प्रतिकृति तिरुपति के श्री व्यंकटेश्‍वर मंदिर में अर्पण की है । इसरो के वैज्ञानिक सदैव अपने यान एवं उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजने से पूर्व संबंधित यानों की प्रतिकृति श्री व्यंकटेश्‍वर मंदिर में अर्पण करते हैं । ‘चंद्रयान-३’ के प्रक्षेपण के समय भी उन्होंने प्रतिकृति अर्पण की थी ।

संपादकीय भूमिका

इसरो के वैज्ञानिक, वैज्ञानिक होते हुए भी आस्तिक हैं । भारत के ढोंगी धर्म निरपेक्षतावादी एवं आधुनिकतावादियों ने देश में ऐसी विचारधारा निर्माण की है कि वैज्ञानिक व्यक्ति को नास्तिक ही होना चाहिए । यह किस प्रकार झूठा है ?, इसरो के वैज्ञानिकों के इस कृत्य से यह ध्यान में आता है !