चीन की परमाणु पनडुब्बी डूबने की चर्चा !

चीन के रक्षामंत्री ली शांगफू पिछले २ सप्ताह से लापता हैं । अगस्त माह में चीन की परमाणु पनडुब्बी ताइवान के समुद्र में हुई दुर्घटना में डूब गई । इसमें १०० नौसैनिक थे । उनकी मृत्यु हो गई ।

(और इनकी सुनिए…) ‘भारत के साथ चीन के संबंध स्थित !’ – चीन

चीन के इस विधान पर कौन विश्वास करेगा ? चीन के बोलने और करने दोनों में हमेशा ही अन्तर रहा है !

चीन का ‘युतु-२’ रोवर ४ वर्षों उपरांत भी चंद्रमा पर सक्रिय !

चीन का ‘युतु-२’ नामक रोवर भी चंद्रमा पर है, और वो ४ वर्ष उपरांत अभी भी सक्रिय है । चीन का ‘युतु-२’ रोवर आज भी अनेक छायाचित्र चीन को भेज कर चीनी वैज्ञानिकों की सहायता कर रहा है ।

चीन के शिआन भाग में बाढ : २१ लोगों की मृत्यु

इस बाढ में कुछ घर भी बह गए हैं । इसके साथ ही रास्ते, पुल, बिजली एवं मूलभूत सुविधाओं को भारी क्षति पहुंची है । बाढग्रस्त भाग में बचावकार्य शुरू है ।

चीन के अल्पायु बच्चे दिन में केवल २ घंटे ही इंटरनेट का उपयोग कर सकेंगे !

बच्चों को चल-दूरभाष के व्यसन से बाहर लाने के लिए भारत सरकार को भी कठोर निर्णय लेना आवश्यक है !

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के विरुद्ध चीनी सेना में विद्रोह के संकेत !

संदिग्ध परिस्थिति में सेना के एक अधिकारी की मृत्यु , जबकि एक वरिष्ठ अधिकारी एवं विदेश मंत्री के लापता होने की लोमहर्षक घटना !

ब्रह्मपुत्र नदी पर विश्व का सबसे बडा बांध बनाकर भारत का पानी अपनी ओर ले जाने का चीन का कुटिल प्रयास !

चीन की इस खुराफात पर लगाम लगाने के लिए भारत को जैसे को तैसा उत्तर देने के लिए व्यूहरचना करनी चाहिए, ऐसा ही राष्ट्र प्रेमियों को लगता है ! जिसमें तिब्बतियों पर चीन द्वारा किया अत्याचार विश्व के सामने रखने के साथ-साथ चीनी वस्तुओं पर भारत में प्रतिबंध लगाने जैसे प्रयास प्रधानता से करने आवश्यक !

(और इनकी सुनिए… !) चलचित्र में चीन को खलनायक के रूप में दिखाया गया है !’ – चीनी सरकार का मुखपत्र ´ग्लोबल टाइम्स´

सभी भारतीयों की यह भावना है कि चीन भारत के लिए नायक नहीं अपितु खलनायक है, चलचित्र में यही तथ्य तो दिखाया जाएगा ! यदि चीन समझता है कि ये योग्य नहीं है तो उसे भारत के साथ मित्र की भांति कृति कर अपनी मित्रता सिद्ध करनी चाहिए !

चीन में घर में गुप्त पद्धति से चर्च चलानेवाली ईसाई दंपति पर लगाया गया आर्थिक दंड !

भारत में अल्पसंख्यकों के धार्मिक अधिकारों का दमन होने का आक्रोश करनेवाले इस पर क्यों चूप हैं ?

‘प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया’ के पत्रकार का वीजा बढाना चीन ने किया अस्वीकार !

उन्हें पहले यह बताना चाहिए कि भारत ने चीनी पत्रकारों के साथ किस प्रकार का अयोग्य वर्तन किया । यदि भारत में रहने वाले चीनी नागरिक जानबूझ कर भारतीय नियमों का उल्लंघन करते हैं तो भारत उन्हें क्यों सहन करे ?