संदिग्ध परिस्थिति में सेना के एक अधिकारी की मृत्यु, जबकि एक वरिष्ठ अधिकारी एवं विदेश मंत्री के लापता होने की लोमहर्षक घटना !
बीजिंग (चीन) – चीन की ‘पीपुल्स लिबरेशन आर्मी’ को लेकर पूरे विश्व के विशेषज्ञों द्वारा बहुत कुछ कहा जा रहा है । चीनी सेना की ६ जून को ´रॉकेट फोर्स´ के वरिष्ठ अधिकारी वू गुओहुआ की संदिग्ध परिस्थिति में मृत्यु हो गई । मृत्यु के प्रकरण को चीनी सेना ने दबा दिया था तथा मृत्यु का वास्तविक कारण सामने नहीं आने दिया । उससे पूर्व ‘रॉकेट फोर्स’ के लेफ्टिनेंट जनरल ली युचाओ अचानक लापता हो गए थे । इसी प्रकार कुछ समय पूर्व चीन के विदेश मंत्री भी जून २०२३ के अंतिम सप्ताह से लापता हैं । इन सभी घटनाओं को देखकर कहा जा रहा है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के विरुद्ध सेना में वातावरण तप्त हो रहा है । एक भारतीय रक्षा विशेषज्ञ ने कहा, ‘यह सब देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि चीनी सेना में कुछ तो गडबड है । प्रति दिन कुछ न कुछ अप्रत्याशित हो रहा है, साथ ही अलग-अलग भविष्यवाणियां की जा रही हैं । चीनी नेतृत्व के विरुद्ध सेना में विद्रोह की प्रबल आशंका है ।
(सौजन्य : TV9 Bharatvarsh)
१. वर्ष २०१५ में चीन ने अपने रणनीतिक ´मिसाइल विभाग´ को ‘पीएलए रॉकेट फोर्स´ का नाम दिया था । विभाग के पास परमाणु मिसाइलों का भी उत्तरदायित्व है । चीन का लक्ष्य २०२८ तक १,००० बैलिस्टिक क्षेपणास्त्र निर्माण करने का है ।
२. ऐसा कहा जाता है कि ली यूचाओ को चीन सरकार ने बंदी बना लिया है तथा उनसे पूछताछ की जा रही है । ली यूचाओ का पुत्र अमेरिका में विद्यार्जन कर रहा है, कहा जाता है कि अमेरिका के हाथों चीनी सैन्य रहस्य बेचे हैं ।
३. चीनी सेना के अनेक उच्च पदस्थ अधिकारियों को बंदी बना लिया गया है । ‘रॉकेट फोर्स’ में भ्रष्टाचार की जांच भी चल रही है ।