सप्तर्षियों की आज्ञा से सनातन के रामनाथी, फोंडा, गोवा के आश्रम में संपन्न हुआ चंडी याग !

चंडी याग द्वारा सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी का ‘ब्रह्मोत्सव’ हुआ संपन्न !

यज्ञस्थल पर पूजा की रचना ब्रह्मादि मंडल देवता, वरुण कलश एवं स्फटिक का श्रीयंत्र, इस प्रकार पूजा की रचना की गई थी ।

रामनाथी (फोंडा), गोवा – सनातन के रामनाथी, फोंडा, गोवा के आश्रम में १४ एवं १५ मई को हुए चंडी याग द्वारा सनातन संस्था के संस्थापक सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी का ‘ब्रह्मोत्सव’ संपन्न हुआ । ११ मई को फर्मागुडी, फोंडा, गोवा में हुए दिव्य ब्रह्मोत्सव से इस समारोह का दिव्य शुभारंभ हुआ था ।

ऐसा हुआ चंडी याग !

सप्तर्षियों की आज्ञा के अनुसार ब्रह्मोत्सव समारोह के उपरांत १४ एवं १५ मई को हिन्दू राष्ट्र-स्थापना की अडचनें दूर हों, इसके लिए चंडी याग किया गया । इस याग में सप्तशती का पाठ करते हुए आहुतियां दी गईं । इस याग का पौरोहित्य सनातन के पुरोहित साधक श्री. अमर जोशी, श्री. सिद्धेश करंदीकर एवं श्री. ईशान जोशी ने किया । इस प्रसंग में सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी की आध्यात्मिक उत्तराधिकारिणी श्रीसत्‌शक्ति (श्रीमती) बिंदा नीलेश सिंगबाळजी एवं श्रीचित्‌शक्ति (श्रीमती) अंजली मुकुल गाडगीळजी भी उपस्थित थीं ।

आरती करते हुएं बाएंसे श्रीचित्‌शक्ति (श्रीमती ) अंजली मुकुल गाडगीळजी और श्रीसत्‌शक्ति (श्रीमती) बिंदा नीलेश सिंगबाळजी, आरती गातें हुएं  बाएंसे कु. मयुरी आगवणे, श्रीमती भक्ती कुलकर्णी और उन्हे मंजिरा द्वारा साथ देते हुएं श्री. मनोज सहस्रबुद्धे

याग में दी गई आहुति !

याग में पायस की (दूध में पकाए चावल, रक्तचंदन, पलाश (टेसू) के फूल आदि १० घटकों से मिलकर पायस बनाया जाता है ।) आहुति दी गई । इसके साथ ही निर्धारित समय पर पान, सुपारी और केला, सफेद कद्दू, बेलफल आदि फल याग में अर्पित किए गए ।