कर्णावती (गुजरात) में ‘कार्निवाल’ के समय ‘सांटाक्लॉज’ बन कर ईसाई धर्म के धर्मांतरण का प्रयास !

हिंदू संगठनों के विरोध करने पर वाद-विवाद और मारपीट !

(‘कार्निवाल’ अर्थात रास्ते पर नाच-गाकर जश्न मनाने का पश्चिमी रूप है)

‘कार्निवाल’ के समय ‘सांटाक्लॉज’ बन कर ईसाई धर्म का प्रयास

कर्णावती (गुजरात) – यहां ‘कांकरिया कार्निवाल’ में ‘संटाक्लॉज’ बनकर धर्मांतरण का प्रयत्न करने वालों का हिंदू संगठनों ने विरोध किया। उस के उपरांत वाद-विवाद हुआ जिसका पर्यवसान मारपीट में हुआ। अंत में सांटाक्लॉज के वेश में जो व्यक्ति था, उसने ‘जय श्री राम’ और ‘हर-हर महादेव’ के नारे लगाए। यह घटना ३० दिसंबर की है। इस कार्निवाल में लगभग १२ लाख लोग सहभागी हुए थे ।

१. कुछ लोगों ने हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं को सूचित किया कि ‘सांटाक्लॉज बने कुछ धर्म प्रचारकों ने  ईसाई धर्म की पुस्तकें वितरित की हैं। इस पर हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता घटनास्थल पर त्वरित पहुंचे एवं  सांटाक्लॉज बने व्यक्तियों पर हिंदुओं को, धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाया। जिसके फलस्वरूप सांटाक्लॉज और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं के बीच वाद-विवाद हुआ। इस घटना का एक वीडियो भी सामाजिक माध्यमों पर प्रसारित किया गया है। ये कार्यकर्ता बजरंग दल के बताए जा रहे हैं।

२. विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता हितेंद्रसिंह राजपूत ने सूचित किया कि गत ४ दिनों से कार्निवाल में ईसाई धर्म को बढ़ावा देने वाली पुस्तकों की विक्री हो रही थी। सांटाक्लॉज के वेश में प्रचारक हिंदुओं को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित कर रहे थे। जब उन्हें यह तथ्य ज्ञात हुआ तो उन्होंने इसका विरोध किया।

संपादकीय भूमिका

  • हिंदुओं के लिए यह अत्यंत लज्जास्पद है कि बहुसंख्यक हिंदू देश में वे सार्वजनिक स्तर पर हिंदुओं का धर्मांतरण करने के प्रयत्न होते हैं किन्तु  ऎसे कृत्य करने वालों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं होती !
  • केंद्र सरकार आखिर धर्मांतरण विरोधी कानून कब बनाएगी?, हिंदुओं के मन को यह प्रश्न निरंतर चुभता है !