हडपसर (पुणे) में धर्मांधों ने हिन्दू परिवार का घर हडप लिया !

  • भवन में ऊंची आवाज में नमाजपठन कर एवं एकादशी के दिन घर के सामने मांसाहार रखकर हिन्दू परिवार को मानसिक कष्ट दिए !

  • हिन्दू परिवार के पीने एवं अन्य उपयोग के पानी के नल-कनेक्शन काट दिए !

  • पुलिस द्वारा पीडित परिजनों को ही प्रतिबंधक नोटिस !

प्रतिकात्मक चित्र

हडपसर (जिला पुणे), २३ जून (समाचार) – यहां के ससाणेनगर साई विला भवन में गायकवाड नामक परिवार वर्ष २०१७ से रहता है । तदुपरांत तांबोळी नामक मुसलमान व्यक्ति ने भवन की ७ सदनिका (फ्लेट्‌स) क्रय कर वे मुस्लिम परिवारों को भाडे पर दे दी । तब बाहर के लोगों के बडे दल भवन के अंदर ऊंची आवाज में नमाजपठन करने लगे । गायकवाड दंपति ने परिवाद किया तब दंपति को गंभीररूप से पीटा गया । (इससे धर्मांधों को पुलिस का जरा भी भय नहीं, यही दिखाई देता है । यह पुलिस के लिए लज्जाजनक ! – संपादक) तब यह दंपति याचिका प्रविष्ट करने हेतु पुलिस थाने में गए, तब उन्हें न्याय देने की अपेक्षा उल्टा उन्हें ही पुलिस द्वारा प्रतिबंधक नोटिस दी गई । तदनंतर तांबोळी ने उस परिसर में गायकवाड के फ्लेट्‌स के पीने एवं अन्य उपयोग के पानी के नल-कनेक्शन काट दिए ।

एकादशी के दिन इस हिन्दू परिवार के घर के सामने मांसाहार रखा जाता था । गायकवाड पर ध्यान रखने हेतु धर्मांधों द्वारा ‘सीसीटीवी कैमरा’ बिठाया गया था । इस विषय में जब दुबारा हडपसर पुलिस थाने में परिवाद किया गया, तब ‘तांबोळी हमारी नहीं सुनते’, ऐसा पुलिस ने कहा । (ऐसी पुलिस क्या कभी कानून एवं सुव्यवस्था रख पाएगी ? हिन्दुओं पर रोफ जमानेवाली पुलिस मुस्लिमों के सामने घुटनों के बल आ जाती है, यह ध्यान में रखें ! – संपादक)

हिन्दू परिवार जी रहा है भयग्रस्त जीवन !

आज गायकवाड परिवार भयग्रस्त जीवन जी रहा है तथा वे फ्लेट बेचकर उस परिसर से बाहर जाने की सोच रहे हैं । (पुलिस के असहकार्य के कारण ही हिन्दू भयग्रस्त जीवन जी रहे हैं । ऐसे पुलिस पर कार्यवाही होने हेतु उनके वरिष्ठों से परिवाद करना होगा ! – संपादक)

संपादकीय भूमिका

  • क्या यह लैंड जिहाद नहीं ? गड दुर्ग, मंदिर हडपनेवाले धर्मांध अब हिन्दुओं को विस्थापित करने हेतु किस प्रकार प्रयास कर रहे हैं, इससे यही दिखाई देता है ! यह हिन्दुओं के लिए खतरे की घंटी है !
  • चोर को छोडकर संन्यासी को फांसी देने की वृत्ति की पुलिस ! सरकार को ऐसी पुलिस को तुरंत निलंबित (पदच्युत) कर कारागृह में बंद कर देना चाहिए !