Advocate Vishnu Jain : काशी-मथुरा मुक्त कर पुनः सनातन धर्म को सौंपने का समय आ गया है ! – अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, सर्वोच्च न्यायालय

ओजर में आयोजित ‘महाराष्ट्र मंदिर-न्यास परिषद’ में उपस्थित मंदिरों के न्यासियों को मंदिरों की रक्षा के लिए संघर्ष करने का आवाहन करते समय ऐसा बोल रहे थे ।

मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि से जुड़ी १६ याचिकाओं पर हाईकोर्ट ने आदेश किया सुरक्षित ! 

न्यायालय निश्चित करेगा कि एडवोकेट कमिश्नर के माध्यम से जन्मभूमि क्षेत्र का सर्वेक्षण कराने का आदेश दें ? अथवा धार्मिक स्थल कानून १९९१ के अंतर्गत सुनवाई पहले हो ।

काशी, अयोध्या एवं उज्जैन के उपरांत अब मथुरा का कायापलट होगा !

हिन्दुओं के तीर्थक्षेत्रों को धार्मिक पर्यटन केंद्र बनाने की अपेक्षा उन्हें हिन्दुओं के धर्मशिक्षा केंद्र बनाने के लिए प्रयास करें ! यदि भारत को विश्‍वगुरु बनना है, तो हिन्दुओं को धर्मशिक्षा देनी आवश्यक है !

उत्तर प्रदेश सरकार मथुरा में पहली बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन निकालेगी भव्य शोभायात्रा !

उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से मथुरा में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर पहली बार भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी ।

सर्वोच्च न्यायालय ने रेल विभाग द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पर रोक लगाई !

मथुरा की श्रीकृष्ण जन्मभूमि के निकट किया था अतिक्रमण

मथुरा की श्रीकृष्णजन्मभूमि का भी वैज्ञानिक सर्वेक्षण करें !

भविष्य में लोकतंत्र मार्ग से इन सभी मंदिरों को प्राप्त करने के पश्चात उनके रक्षणार्थ हिन्दुओं के पास क्या कोई दूरगामी योजना है ? सरकार पर निर्भर न रहते हुए मंदिरों की रक्षा के लिए हिन्दुओं को स्वतंत्र एवं सक्षम यंत्रणा खडी करनी भी उतनी ही आवश्यक है  !

श्री कृष्णजन्मभूमि पर बनी ईदगाह मस्जिद का वैज्ञानिक सर्वेक्षण करने की मांग करने वाली याचिका इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने नकार दी ।

श्रीकृष्णजन्मभूमि को शाही मस्जिद के स्थान पर पुनर्स्थापित करने की मांग की गई है

अधिवक्ता के रूप में धर्मकार्य करते समय ईश्वर ही कार्य करवा रहे हैं ! – अधिवक्ता अमिता सचदेवा, हिन्दू विधिज्ञ परिषद, देहली

देहली में हिन्दुत्व के लिए कार्य करने हेतु अधिवक्ता आगे आ रहे हैं, यह ईश्वर की ही लीला है । ईश्वर ही सर्व करते हैं और हमें आनंद देते हैं

श्रीकृष्णजन्मभूमि का प्रकरण संवेदनशील ! – इलाहाबाद उच्च न्यायालय

श्रीकृष्ण जन्मभूमि प्रकरण को राष्ट्रीय महत्त्व है तथा वह संवेदनशील है । पूरे देश पर इसका परिणाम होगा ।

न्यायालय द्वारा श्रीकृष्ण जन्मभूमि के सर्वेक्षण का आदेश स्थगित

ईदगाह पक्ष द्वारा इसका विरोध किया गया था । इस पर निर्णय देते हुए न्यायालय ने इसे स्थगित करने को कहा है । इस पर अगली सुनवाई ११ अप्रैल को होगी ।