केंद्र की भाजपा सरकार को सरसंघचालक के वक्तव्य का गंभीरता से संज्ञान लेकर भारत को आत्मनिर्भर बनाने हेतु प्रयास करने चाहिएं, यही जनता को लगता है ! – संपादक
मुंबई – हम इंटरनेट एवं प्रौद्योगिकी का भले ही कितना भी उपयोग करते हों; परंतु उसका मूल भारत में नहीं, अपितु बाहर से आया है । हमने चीन के विरुद्ध भले कितना ही आक्रोश क्यों न करते हों; परंतु हमारे चलितभाष के जो पुर्जे हैं, वो चीन से आते हैं । जबतक हम चीन पर निर्भर रहेंगे, तबतक हमें चीन के सामने झुकना पडेगा । सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने यहां के आई.ई.एस्. राजा शिवाजी विद्यालय में ध्वजारोहण करते समय ऐसा प्रतिपादित किया ।
इंटरनेट और तकनीक का जिक्र करते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने चीन को लेकर कही ये बात #MohanBhagwat #Chinahttps://t.co/RldFejNKuJ
— ABP News (@ABPNews) August 15, 2021