मुख्य संपादक पर सीधा आरोप न होने पर उन्हें उत्तरदायी नहीं ठहराया जा सकता ! – उच्चतम न्यायालय

इस पर हुई सुनवाई में उच्चतम न्यायालय ने कहा कि, आरोप मजबूत और सीधा होगा, तो मुख्य संपादक को कोई भी छूट नहीं दे सकते । उसी प्रकार संपादकों पर सीधा आरोप न होने पर उन्हें उत्तरदायी नहीं ठहराया जा सकता ।

‘द वायर’ वृत्तसंकेतस्थल के संस्थापक और संपादक के घरों पर देहली पुलिस की छापामारी !

भाजपा के अमित मालवीय के संदर्भ में असत्य वृतांकन करने का प्रकरण !

‘ऋषी सुनक गोमांस और मद्य से दूर हैं, ऐसी सवर्णाें की विचारधारा है !’

भारत में अल्पसंख्यक मुसलमानों पर अत्याचार का रोना रोनेवाले ‘द गार्डियन’ समान प्रसारमाध्यम अपने देश में अल्पसंख्यक समुदाय के नेता पर निशाना साध रहे हैं । इससे उनका हिन्दूद्वेषी दोहरापन ध्यान में आता है !

हमारा देश निश्चित कौन सी दिशा में अग्रसर हो रहा है ? – सर्वोच्च न्यायालय

वृत्तवाहिनियों पर हो रहे चर्चासत्रों द्वारा किए जानेवाले द्वेषपूर्ण एवं विषैले विधानों का प्रकरण

मेरठ (उत्तर प्रदेश) में मॉल में नमाजपठन : पुलिस महानिदेशक ने पुलिस से मांगा उत्तर।

सार्वजनिक स्थानों पर नमाजपठन करने वाले धर्मांधों के विरुद्ध कडी से कडी कार्रवाई हो, उत्तरप्रदेश भाजपा सरकार से जनता की यही अपेक्षा है !

सामाजिक माध्यम चला रहे हैं ‘मनमानी न्यायालय´! – मुख्य न्यायाधीश एन.वी. रमणा

जनमानस का विचार है कि ऐसे सामाजिक माध्यमों पर न्यायालय को प्रतिबंध लगाने चाहिए !

वृत्त जालस्थलों के लिए केंद्र सरकार अब नए कानून बनाएगी !

अबतक अंग्रेजों के बनाए कानूनों का अस्तित्व में होना, स्वतंत्रता उपरांत के सभी शासनकर्ताओं के लिए लज्जाजनक !

हिन्दू धर्म के विरोध में लिखनेवाले प्रसिद्धि माध्यमों को न्यायालय में उत्तर देना होगा ! – अधिवक्ता नागेश जोशी, सचिव, हिन्दू विधिज्ञ परिषद, गोवा

‘प्रसिद्धि और पैसे मिलेंगे, इसलिए हिन्दू धर्म और धर्माभिमानियों की निंदा करो’ ऐसे षड्यंत्र आजकल बडी संख्या में बढ गए हैं । ‘माध्यमों के द्वारा होनेवाली अपकीर्ति को अनदेखा करना’, ऐसी भूमिका कुछ संगठनों की है । इसलिए ऐसे प्रसारमाध्यम अधिक फलते हैं; परंतु सनातन संस्था ने प्रारंभ से ही ऐसे माध्यमों के विरोध में कानूनी लडाई लडने की भूमिका निभाई है ।

प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) स्थित प्राचीन शिवमंदिर के शिवलिंग पर किसी अज्ञात व्यक्ति ने रखा अंडा !

यहां के शिवकुटी क्षेत्र के कोटेश्वर शिवमंदिर के शिवलिंग पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा अंडा रखने की घटना उजागर हुई है । इसके साथ उसका छायाचित्र खींचकर उसे सामाजिक माध्यमों पर प्रसारित किया गया है । इस कारण स्थानीय हिन्दुओं द्वारा रोष व्यक्त किया जा रहा है ।

अब्‍जाधीश इलौन मस्‍क अंतत: क्रय किया ट्वीटर !

व्यापारिक सौदा अंतिम होने के उपरांत मस्‍क ने ‘भाषण की स्वतंत्रता’ का समर्थन करनेवाला ट्वीट किया है । उनका कहना है कि लोगों की भाषण स्वतंत्रता अबाधित रहे, यही ट्वीटर लेने का उद्देश्य था ।