रशिया द्वारा भारत से ब्रह्मोस मिसाइल खरीदने की संभावना !

रशिया और यूक्रेन के बीच युद्ध को १वर्ष से अधिक समय हो गया है । इस युद्ध के कारण दोनों देशों के हथियारों में कमी आई है ।

बम विस्फोटों के आरोपी अब्दुल नसीर मदनी का कोच्चि (केरल) में मुसलमानों द्वारा भव्य स्वागत !

इस घटना के विषय पर कांग्रेस, माकपा, समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस आदि निधर्मीवादी राजनीतिक दल मुंह नहीं खोलते, ध्यान दें !

गुजरात दंगों के ३५ हिन्दुओं की २० वर्षों के उपरांत निर्दोष मुक्तता !

ढोंगी धर्मनिरपेक्ष प्रसारमाध्यम और संगठनों के दबाव के कारण हिन्दुओं को अनावश्यक ही मुकदमों का सामना करना पडा ! – न्यायालय की टिप्पणी

(और इनकी सुनिए….) ‘गोरक्षकों को लात मारकर कारागृह में डालें !’ – कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खर्गे

इससे कांग्रेस नेताओं में कितना हिन्दुद्वेष भरा है, यही सामने आता है । हिन्दू संगठित न होने से ही कांग्रेस के नेताओं को सदैव हिन्दुओं का उपहास करने का साहस होता है ! इस स्थिति में परिवर्तन करने के लिए हिन्दू राष्ट्र चाहिए !

प्रसारमाध्यमों को न्यायालयीन प्रकरणों की रिपोर्टिंग (वार्तांकन) करते समय सावधान रहना चाहिए – केरल उच्च न्यायालय

केरल उच्च न्यायालय ने कुछ दिन पूर्व प्रसारमाध्यमों को न्यायालयीन प्रकरणों की रिपोर्टिंग (वार्तांकन) करते समय सावधान रहने का आवाहन किया है ।

नरेंद्र मोदी विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता !

‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा

बीबीसी ने ४० करोड रुपए का राजस्व (टैक्स ) चुकाने की स्वीकृति दी !

पहले राजस्व (टैक्स) चुकाने की बात अस्वीकार कर ऊपर से छल किए जाने का बहाना करनेवाली बीबीसी पर अब नियमानुसार कडी कार्यवाही करना आवश्यक है । तभी ऐसे ब्रिटिश प्रतिष्ठानों को भय प्रतीत होगा !

भारत में नियमों का पालन करना पड़ेगा अन्यथा कारागार जाना पड़ेगा ! – ट्विटर के इलॉन मस्क  

भारत में सामाजिक प्रचार माध्यमों पर कठोर कानूनी निर्बंध हैं । इसलिए, हमारे सूचनाजाल तंत्र को अमेरिका अथवा इतर पाश्‍चात्त्य देशों में ट्विटर के उपभोक्ताओं को जितनी स्वतंत्रता दी जाती है, उतनी स्वतंत्रता भारतीय ट्विटर के उपभोक्ताओं को नहीं दी जा सकती ।

आई.ए.एस. अधिकारी रोहिणी और आई.पी.एस. अधिकारी रूपा का अंतत: स्थानांतर !

व्यक्तिगत छायाचित्र सामाजिक माध्यम से प्रसारित किए जाने का प्रकरण

भारत-चीन सीमा पर भारत द्वारा सबसे बडे सैन्यबल की नियुक्ति ऐतिहासिक कदम है !

भारत के चुनावों में रुकावट लाने हेतु पश्चिमी राष्ट्रों ने अभी से कमर कसना आरंभ कर दिया है’, डॉ. जयशंकर ने इस वक्तव्य के माध्यम से ऐसा कहा है, यह ध्यान में लें !