(और इनकी सुनिए…) ‘हम निष्पक्ष समाचार देते रहेंगे ! – बीबीसी का दावा

बीबीसी द्वारा निष्पक्ष समाचार देने के दावे पर कोई भी धर्मनिष्ठ हिन्दू एवं राष्ट्रप्रेमी नागरिक विश्वास नहीं करेगा, यही वास्तविकता है !

‘लव जिहाद’ में सहभागी हैं मुसलमान पुरुष !

इंडिया टुडे जैसे प्रसार माध्यम द्वारा कराए गए सर्वेक्षण पर अब तथाकथित सेक्युलरवादी पुरो (अधो)गामी अपना मुंह खोलेंगे एवं ‘लव जिहाद’ के अस्तित्व को स्वीकार करेंगे, ऐसी अपेक्षा !

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ए.के. एंटनी के पुत्र अनिल एंटनी ने कांग्रेस का त्याग किया !

प्रधानमंत्री मोदी पर बनी ‘ बीबीसी न्यूज’ के वृत्तचित्र (डॉक्युमेंट्री ) का विरोध !

‘बीबीसी न्यूज’ द्वारा हिन्दू विरोधी डॉक्यूमेंट्री दिखाए जाने पर जे.एन.यू. में विवाद !

ऐसी हिन्दू विरोधी और कानून विरोधी कम्युनिस्ट छात्र संगठन पर सरकार को प्रतिबंध लगाना चाहिए !

भारत के बुद्धिवादी ही देश के विरुद्ध हैं ! – ऑस्ट्रेलिया के प्रा. सॅल्वाटोर बेबोनेस

हिंदुत्वनिष्ठों ने नहीं, अपितु एक विदेशी प्राध्यापक द्वारा ऐसा कहना, क्या भारत के बुद्धिवादी स्वीकार करेंगे ? धर्मप्रेमी हिन्दुओं को वैचारिक रूप से भारत की राष्ट्र-हत्या एवं धर्म-हत्या करने वाले बुद्धिजीवियों का विरोध करते रहना चाहिए !

मुख्य संपादक पर सीधा आरोप न होने पर उन्हें उत्तरदायी नहीं ठहराया जा सकता ! – उच्चतम न्यायालय

इस पर हुई सुनवाई में उच्चतम न्यायालय ने कहा कि, आरोप मजबूत और सीधा होगा, तो मुख्य संपादक को कोई भी छूट नहीं दे सकते । उसी प्रकार संपादकों पर सीधा आरोप न होने पर उन्हें उत्तरदायी नहीं ठहराया जा सकता ।

‘द वायर’ वृत्तसंकेतस्थल के संस्थापक और संपादक के घरों पर देहली पुलिस की छापामारी !

भाजपा के अमित मालवीय के संदर्भ में असत्य वृतांकन करने का प्रकरण !

‘ऋषी सुनक गोमांस और मद्य से दूर हैं, ऐसी सवर्णाें की विचारधारा है !’

भारत में अल्पसंख्यक मुसलमानों पर अत्याचार का रोना रोनेवाले ‘द गार्डियन’ समान प्रसारमाध्यम अपने देश में अल्पसंख्यक समुदाय के नेता पर निशाना साध रहे हैं । इससे उनका हिन्दूद्वेषी दोहरापन ध्यान में आता है !

हमारा देश निश्चित कौन सी दिशा में अग्रसर हो रहा है ? – सर्वोच्च न्यायालय

वृत्तवाहिनियों पर हो रहे चर्चासत्रों द्वारा किए जानेवाले द्वेषपूर्ण एवं विषैले विधानों का प्रकरण

मेरठ (उत्तर प्रदेश) में मॉल में नमाजपठन : पुलिस महानिदेशक ने पुलिस से मांगा उत्तर।

सार्वजनिक स्थानों पर नमाजपठन करने वाले धर्मांधों के विरुद्ध कडी से कडी कार्रवाई हो, उत्तरप्रदेश भाजपा सरकार से जनता की यही अपेक्षा है !