दैनिक ‘सनातन प्रभात’ के रूप में मानो पांचवां वेद निर्माण कर समाज पर बहुत बडा उपकार करनेवाले परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी ! – श्री. चंद्रकांत (भाई) पंडित, अध्यक्ष, गोमंतक मंदिर महासंघ, गोवा.
परात्पर गुरु डॉक्टरजी स्वयं की देह की चिंता किए बिना ‘हम समस्त हिन्दुओं की रक्षा हो और हमारा देश अखंड एवं बलशाली बने’, इसके लिए प्रयासरत हैं । ‘केवल हमारे देश में ही नहीं, अपितु समस्त विश्व में ही हिन्दू राष्ट्र आए अर्थात रामराज्य आए’, इसके लिए वे प्रयास करते हैं ।