बंगाल में सी.ए.ए., एन.आर.सी. और समान नागरिक कानून लागू नहीं करेंगे ! – ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री, बंगाल

संसद द्वारा पारित कानूनों को लागू नहीं होने देंगी ! यह रहने वाली ममता बनर्जी लोकतंत्रद्रोही हैं। केंद्र सरकार को ऐसे मुख्यमंत्री की सरकार को तत्काल भंग कर वहां राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए !

निर्वासितों को नागरिकता देते समय उनकी सुन्नत हुई है क्या, यह जांचे ! – भाजपा नेता तथागत राॅय

मिजोरम और त्रिपुरा राज्यों के पूर्व राज्यपाल और भाजपा नेता तथागत राॅय की मांग !

EAM On CAA : सीएए जैसा कानून बनानेवाला भारत पहला देश नहीं ! – विदेशमंत्री डाॅ.एस. जयशंकर

विदेशमंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (‘सीएए’) के विषय में अमेरिका और यूरोपीय देशों के विधान पर प्रत्युत्तर दिया है ।

Amit Shah POK : पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भारत का भाग होकर वहां रहने वाले सभी लोग भारतीय ! – केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह

‘नागरिकता सुधार कानून (सीएए), यह धर्म पर आधारित है’ ऐसा कहते हुए जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं, वही लोग ‘मुस्लिम पर्सनल लॉ’ जैसे कानून का समर्थन करते हैं ।

CAA Pakistan Reaction : (और इनकी सुनिए…) ‘सीएए कानून श्रद्धा के आधार पर लोगों में भेदभाव उत्पन्न करता है !’ – पाकिस्‍तान

भारत ने पाकिस्तान को कठोरता से बताना चाहिए कि भारत के अंतर्गत प्रश्न में हस्तक्षेप करने का पाकिस्तान को कोई अधिकार नहीं है !

Amit Shah On CAA : इस्लामी देशों में मुसलमानों पर अत्याचार होना संभव नहीं !

सीएए कानून पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ‘ए.एन.आई.’ वृत्तसंस्था को दिया साक्षात्कार ।

(और इनकी सुनिए…) ‘३ करोड लोगों को भाजपावाले स्वयं के घर पर रखने वाले हैं क्या ?’ – देहली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल

देश का मध्यमवर्ग महंगाई से परेशान है । युवकों को रोजगार नहीं मिल रहा । इन प्रश्नों को हल करने की बजाय केंद्रसरकार ‘सीएए’ लेकर आई है । – देहली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल

पाकिस्तान के हिन्दू अब खुली सांस ले सकेंगे ! – पाकिस्तान के भूतपूर्व क्रिकेट खिलाडी दानिश कनेरिया

वर्ष २०१९ में सीएए कानून बनाने के उपरांत एक अधिसूचना द्वारा केंद्रसरकार ने उसे ११ मार्च की शाम को पूरे देश में लागू किया । इस पर पूरे विश्व से भिन्न भिन्न प्रकार की प्रतिक्रियाएं व्यक्त की जा रही हैं ।

सीएए कानून के विरुद्ध मुस्लिम लीग पहुंची सर्वोच्च न्यायालय

सीएए कानून के विरुद्ध इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में जनहित याचिका प्रविष्ट की गई है । याचिका द्वारा कानून पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है ।

Ajmer Sharif On CAA : संशोधित नागरिकता कानून आने से मुसलमानों की नागरिकता नहीं रहेगी, एक कुप्रचार !

संशोधित नागरिकता कानून आने से मुसलमानों की नागरिकता नहीं रहेगी, एक कुप्रचार !