बंगाल में सी.ए.ए., एन.आर.सी. और समान नागरिक कानून लागू नहीं करेंगे ! – ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री, बंगाल

ईद के कार्यक्रम में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का राष्ट्र घातक वक्तव्य !

(सी.ए.ए. का अर्थ है, नागरिकता संशोधन अधिनियम है, एन.आर.सी. का अर्थ है, राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर  है)

ममता बनर्जी

कोलकाता (बंगाल) – बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ईद के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि बंगाल में नागरिकता संशोधन कानून, राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर और समान नागरिक संहिता लागू नहीं की जाएगी। “कुछ लोग चुनाव में दंगे कराने का प्रयत्न करेंगे; किन्तु आपको उनके जाल में नहीं फंसना चाहिए’, उन्होंने ऐसा आवाहन भी मुसलमानों से किया । (ममता बनर्जी को इस संबंध में बोलना चाहिए कि, कैसे तृणमूल कांग्रेस के धर्मांध कट्टर मुसलमान कार्यकर्ता हिन्दू त्योहारों के समय  नियोजित दंगे करते हैं ! – संपादक)

(सौजन्य : India Today) 

ममता बनर्जी ने कहा,

१. इस चुनाव में कुछ लोग अन्वेषण संस्थाओऺ का भय दिखाकर लोगों को डराना चाहते हैं। कुछ लोगों के पीछे केंद्रीय जांच विभाग, प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग आदि को लगा दिया गया है। मैं (उनसे) कहूंगी कि तुम जगह-जगह कारागार बना कर लोगों को उनमें बंद कर दो ; किन्तु क्या तुम  १३० करोड लोगों को कारागार में डाल सकते हो ? मैं देश के लिए रक्त बहाने के लिए सिद्ध हूं; किन्तु ये अत्याचार सहन नहीं किया जाएगा। (बंगाल में धर्मांध कट्टर मुसलमान हिन्दुओं पर भीषण अत्याचार कर रहे हैं, पडोसी बांग्लादेश में भी बंगाली हिन्दुओं पर अत्याचार हो रहा है। ममता बनर्जी इस पर एक शब्द भी नहीं बोलतीं ! – संपादक)

२. जैसे-जैसे चुनाव समीप आ रहे हैं, देश के कुछ मुस्लिम नेताओं को दूरभाष कर अपनी ओर आकर्षित करने के प्रयत्न किए जा रहे हैं। चुनाव के समय आप (भाजपा) कुछ मुसलमानों को चुन रहे हैं और उनसे पूछ रहे हैं कि वे क्या चाहते हैं। मैं आप से कहती हूं, उन्हें कुछ नहीं चाहिए।

३. यदि कोई दंगा भडकाने आए तो चुप रहो; क्योंकि यदि परिस्थिति विस्फोटक हुई तो वे राष्ट्रीय जांच संस्थाओऺ को भेज देंगे और सभी को बंदी बना लेंगे। सभी को बंदी बनाने से देश नष्ट हो जाएगा।’ हम चाहते हैं कि सब मिलजुल कर रहें। यदि हम संगठित रहेंगे तो कोई हमारा कुछ नहीं बिगाड सकता।

४. तृणमूल कांग्रेस की लडाई बीजेपी से है। हम चुनाव के उपरांत निर्णय करेंगे कि हम ‘इंडी’ गठबंधन के साथ जुडेंगे या नहीं; किन्तु बंगाल में किसी अन्य दल को मतदान नहीं करेंगे ।

संपादकीय भूमिका 

  • संसद द्वारा पारित कानूनों को लागू नहीं होने देंगी ! यह रहने वाली ममता बनर्जी लोकतंत्रद्रोही हैं। केंद्र सरकार को ऐसे मुख्यमंत्री की सरकार को तत्काल भंग कर वहां राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए !
  • मुसलमानों के कल्याण के लिए देशद्रोही सरकार चलाने का प्रयत्न करनेवाली ममता बनर्जी का विरोध करना बंगाल की देशभक्त जनता के लिए अत्यावश्यक है !