मिजोरम और त्रिपुरा राज्यों के पूर्व राज्यपाल और भाजपा नेता तथागत राॅय की मांग !
कोलकाता (बंगाल) – मिजोरम और त्रिपुरा राज्यों के पूर्व राज्यपाल और भाजपा नेता तथागत राॅय ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के विषय में (सीएए के विषय में) विधान किया है । उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा कि, हिन्दू, बौद्ध अथवा ईसाई निर्वासितों को नागरिकता देते समय पुरुष निर्वासितों के धर्म की जांच ‘उनकी सुन्नत हुई है क्या ?’, यह देखकर करनी चाहिए, ऐसी मांग की है । राॅय ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस बंगाल में सीएए के विषय में नियमित गलत जानकारी फैला रही है ।
इस कारण लोगों की दिशाभूल होने की संभावना दिनों-दिन बढ रही है । ऐसी स्थिति में बांगलादेश में इस्लामी अत्याचारों के कारण केवल पहने हुए वस्त्रों में भारत आए हिन्दू निर्वासितों को नागरिकता कैसे मिलेगी और जिनकी नागरिकता अर्जी निरस्त की गई, उनकी स्थिति क्या होगी , यह केंद्रीय गृहमंत्रालय ने जल्द ही स्पष्ट करना चाहिए । साथ ही यदि हिन्दू, बौद्ध और ईसाइयों की नागरिकता अर्जी किसी कारण से नकारी गई होगी, तो उन्हें वहां रहने की अनुमति दें । उन्हें किसी भी प्रकार से निर्वासितों के शिविरों में नहीं भेजा जाएगा, यह स्पष्ट किया जाना चाहिए ।
I had suggested checking whether a male is circumcised or not when his religion is in doubt. Because Muslims are completely excluded from CAA. I stick to what I posted.
The resulting explosion, mostly from Muslims, suggests one of two things.
Either a lot of Muslims wanted to…
— Tathagata Roy (@tathagata2) March 18, 2024
संपादकीय भूमिकातथागत राॅय के वक्तव्य में तथ्य है । सीएए कानून का पाकिस्तानी और बांगलादेशी धर्मांध घुसपैठिए अपलाभ लेकर भारतीय नागरिकता पाने का प्रयास करेंगे । इस कारण सतर्कता के लिए अलग-अलग उपाय योजना बनाना आवश्यक ! |