कोरोना पर काबू पाने के उपरांत भी वर्ष भर बने रहते हैं उसके लक्षण ! – शोध का निष्कर्ष

अध्ययन के अनुसार, चिकित्सालय में भर्ती किए गए कोरोना रोगियों में ४९ प्रतिशत रोगियों में लगभग एक वर्ष तक कोरोना के लक्षण देखे गए । यह मेडिकल जर्नल, “द लैंसेट” की प्रकाशित नवीन प्रतिवेदन के निष्कर्ष में कहा गया है ।

अफगानिस्तान के शरणार्थी, उइगर मुसलमान भय की छाया में !

चीनी दबाव के कारण तालिबानी आतंकवादी उइगर मुसलमानों को चीन की हिरासत में देने की संभावना !

विश्व के ६० देशों ने अफगानिस्तान को दी जाने वाली वित्तीय सहायता रोक दी  !

दूसरी ओर, अफगानिस्तान की सहायता करने की भूमिका चीन ने प्रस्तुत की है । तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर नियंत्रण करने के पश्चात अमेरिका के बैंकों में होने वाले अफगान सरकार के खाते बंद कर दिए गए हैं ।

१९६४ से १९९६, इस कालावधि में चीन के परमाणु परीक्षणों से निकले विकिरण से १ लाख ९४ सहस्र लोगों की मृत्यु !

चीन भले ही अपने शत्रुओं का विनाश करने के लिए परमाणु बम बना रहा है ; परंतु, उसके कारण उसके ही देश में लाखों लोग मर रहे हैं । क्या चीन इससे कुछ सबक लेगा ?

५६ इस्लामी देशों में से केवल पाक और कतर का तालिबान को समर्थन !

इस्लामी देशों का संगठन तालिबान को समर्थन ही दे रहा; लेकिन भारत के मुसलमान संगठन और कुछ नेता और प्रसिद्ध लोग उसको समर्थन देकर हम अधिक कट्टर मुसलमान हैं, यह दिखाने का प्रयास कर रहे हैं, यह ध्यान दें !

पाकिस्तान के ग्वादर शहर में हुए बम विस्फोट में ८ चीनी अभियंताओं की मृत्यु !

बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने स्वीकारा आक्रमण का दायित्व !
भविष्य में ऐसा पुनः नहीं होना चाहिए ! – चीन की पाकिस्तान को चेतावनी

अफगानिस्तान के पुर्ननिर्माण के लिए तालिबान की ओर से चीन को न्योता !

‘क्रूरता’, ‘विश्वासघात’, ‘अन्यों पर अन्याय करना’ आदि समान ‘गुण’ वाले तालिबान और चीन के एक साथ आने पर आश्चर्य कैसा ?

(कहते हैं) ‘तालिबान को अफगानिस्तान को आतंकवादियों का आश्रय स्थान नहीं बनाना चाहिए !’ – तालिबान ने मित्रता के संबंध स्थापित करने वाले चीन की निरर्थक चेतावनी 

चीन ने सुरक्षा परिषद के उप स्थायी प्रतिनिधि गेंग शुआंग ने यह चेतावनी दी है ।

तालिबान से मित्रतापूर्ण संबंध स्थापित करेंगे ! – चीन

चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने पत्रकारों को बताया कि चीन अफगानिस्तान के जनता के अधिकारों का सम्मान करता है और हम तालिबान के साथ मित्रतापूर्ण एवं सहयोगपूर्ण संबंध विकसित करने का इच्छुक है ।