लद्दाख से सेना पीछे लेने की भारत की मांग को चीन ने नकारा !
भारत की भूमि में घुसपैठ करना और भारत को ही सुनाना, चीन की इस दादागीरी को भारत ने जैसे को तैसा उत्तर देने की आवश्यकता है !
भारत की भूमि में घुसपैठ करना और भारत को ही सुनाना, चीन की इस दादागीरी को भारत ने जैसे को तैसा उत्तर देने की आवश्यकता है !
यदि चीन इस प्रकार की दादागिरी करेगा, तो संपूर्ण संसार एवं संयुक्त राष्ट्र ने चीन का बहिष्कार करना चाहिए !
चीन को जैसे को तैसा उत्तर दिया, तो दुम दबाकर भागता है, यह ध्यान में रखते हुए भारत ने हमेशा इसी भूमिका में रहना चाहिए !
भारत से छोटे देश भी चीन को सीधी चुनौती देते रहते हैं, तो यह भारत के लिए संभव क्यों नहीं ?
ताइवान जैसा छोटा सा देश भी चीन को सीधी चेतावनी देता है, जबकि परमाणु अस्त्र संपन्न भारत, चीन के विरुद्ध एक शब्द भी नहीं बोलता ,यह लज्जास्पद है !
चीन-पाकिस्तान गठबंधन, भारत के लिए संकट जनक है । ऐसा गठबंधन बनने के पूर्व ही, भारत का पाकिस्तान को नष्ट करना आवश्यक था ; परंतु, यह सर्वदलीय शासकों के लिए लज्जाजनक बात है, कि गत ७४ वर्षों की भारत की डरपोक नीतियों के कारण, भारत अधिक संकटकारी स्थिति की ओर मुड रहा है ! नई … Read more
प्रदर्शनकारियों ने, “चीन को हमारी भूमि वापस करनी चाहिए” एवं “चीन वापस जाओ” के नारे भी लगाए ।
भारत सरकार को भी ऐसी सूचना नागरिकों को देनी चाहिए !
अमेजन ने स्पष्ट कर दिया है, कि यह चीन को “लक्षित” करने का अभियान नहीं है, अपितु एक वैश्विक अभियान है । हम गलत काम करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करते रखेंगे ।
अमेरिका की गांधीगीरी ! यह सांप को दूध पिलाने समान है ! मानवता के नाम के नीचे दी जाने वाली यह रकम गरीब अफगानी नागरिकों को मिलेगी या तालिबानी आतंकवादी इसे स्वयं के लिए खर्च करेंगे, इस पर कौन और कैसे ध्यान रखेगा ? इसके पहले अमेरिका ने इस प्रकार की सहायता पाक को की थी और पाक द्वारा इसे जिहादी आतंकवादियों पर खर्च करने का इतिहास है !