(कहते हैं) ‘भारत की सीमा से पाकिस्तान में मिसाईल आया !’- पाक की सेना का झूठा दावा
‘किसी भी प्रकार से भारत को अपकीर्त करने की पाक की दुष्प्रवृत्ति जानें !
‘किसी भी प्रकार से भारत को अपकीर्त करने की पाक की दुष्प्रवृत्ति जानें !
मेजर डॉ. कैलाश कुमार और मेजर डॉ. अनिल कुमार इनके नाम हैं । पाकिस्तान आर्मी प्रमोशन बोर्ड द्वारा उनकी पदोन्नति की अनुमति देने के उपरांत, उन्हें पदोन्नत किया गया है ।
पाकिस्तान को नष्ट करने पर आतंकवाद अपने आप समाप्त हो जाएगा । इसको ध्यान में रखते हुए, भारत सरकार को अब भारतीय सेना को पाकिस्तान का अंत करने की छूट देनी चाहिए ; ऐसा ही राष्ट्रप्रेमियों को लगता है !
४ दिसंबर २०२१ को नागालैंड में भारतीय सेना की गोलाबारी में १३ नागरिकों की मृत्यु होने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई । इस राज्य में विद्रोहियों के कई समूह कार्यरत हैं; परंतु वर्तमान में उन्होंने भारतीय सेना के साथ शस्त्रसंधि की हुई है । उसके कारण उनमें आक्रमण नहीं होते; परंतु ऐसी संभावना सदैव ही बनी रहती है ।
भारत से आगामी १०० वर्ष शत्रुता न रखने की घोषणा करने वाले पाकिस्तान का पाखंड उजागर !
भारतीय सेना ने इस पर स्पष्टीकरण देते हुए ‘चीन के सैनिकों के उनका राष्ट्रध्वज फहराने की जगह चीन के अधिकार वाली गलवान घाटी के हिस्से में है ।
देश के पहले तीनों सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर कैसे गिरा, इस विषय की जांच पूर्ण हो चुकी है । जिसकी रिपोर्ट जल्द ही सामने आएगी; लेकिन सूत्रों की जानकारी के अनुसार ‘खराब मौसम के कारण यह हेलिकॉप्टर गिरा’, ऐसा निष्कर्ष इस रिपोर्ट में होने का बताया जा रहा है ।
‘जनरल बिपिन रावत का निधन भारत की सुरक्षा के लिए एक बडा धक्का ही है । जनरल रावत भारत के रक्षादलप्रमुख (चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ) थे । स्वतंत्रता के ७० वर्ष पश्चात भारत में रक्षादल प्रमुख की नियुक्ति की गई थी । जनरल बिपिन रावत का भारत की सुरक्षा में ठोस योगदान था । उनके निधन के कारण बडी रिक्ती उत्पन्न हुई है । इसके लिए उन्हें श्रद्धांजली देनी चाहिए । उन्होंने लंबे समय तक देश की सेना में अपनी सेवाएं दीं । इस लेख के माध्मम से उनके संपूर्ण कार्य का विश्लेषण करने का प्रयास किया गया है ।
पंजाब के फिरोजपुर की पाक सीमा क्षेत्र में कम उंचाई पर उडने वाले एक ड्रोन को सीमा सुरक्षा बल के सैनिकों ने गिरा दिया । यह ड्रोन चीन का बना हुआ था ।
नाध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे को ‘चीफ ऑफ स्टाफ’ समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है । जनरल नरवणे सबसे वरिष्ठ हैं । इसलिए, उन्हें इस समिति का प्रमुख नियुक्त किया गया है ।