कोलंबो (श्रीलंका) – श्रीलंका में आर्थिक संकट तथा नागरिकों द्वारा हिंसक विरोध प्रदर्शन के कारण, आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी गई है । दो दिन पूर्व, नागरिकों ने राष्ट्रपति गोटबाय राजपक्षे के आवास के बाहर हिंसक आंदोलन किया था । उसके उपरांत, कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जवानों को तैनात किया गया । इस समय देश में तनाव की स्थिति है ।
President Gotabaya Rajapaksa on Friday invoked stringent laws to tackle growing unrest in the unprecedented crisis | #SriLanka #Curfew https://t.co/bSlnKZCM4l
— Business Today (@business_today) April 2, 2022
श्रीलंका की दुर्दशा के लिए राजपक्षे परिवार ही उत्तरदायी !
वर्तमान गोटबाय राजपक्षे के परिवार को श्रीलंका की दुर्दशा के लिए उत्तरदायी बताया जाता है । इस परिवार के पांच सदस्य सरकार में विभिन्न विभागों के मंत्री हैं । उनकी अदूरदर्शिता के कारण, श्रीलंका में यह भीषण स्थिति उत्पन्न हो गई । कोरोना संकट और विदेशी ऋण ने श्रीलंका की अर्थव्यवस्था को पंगु बना दिया है । सरकार ने इस स्थिति पर अपेक्षित ध्यान नहीं दिया, जिसके परिणामस्वरूप भ्रष्टाचार और वित्तीय कुप्रबंधन भी हुआ । आर्थिक स्थिति से बाहर निकलने के लिए, सरकार ने निरंतर विदेशी ऋण लिया, साथ ही विदेशी मुद्रा भंडार में भी कमी आई है ।
कोरोना का परिणाम !
कोरोना काल में सब कुछ ठप हो गया, जिसका पर्यटन पर बडा परिणाम हुआ, जो यहां का मुख्य व्यवसाय है । इससे सैकडों लोग बेरोजगार हो गए । वर्तमान में, श्रीलंका में जिनके पास पैसा है, वो भी कोई वस्तु नहीं क्रय सकते, क्योंकि बाजार में कोई सामग्री उपलब्ध नहीं है । पेट्रोल पंपों पर ईंधन नहीं है । देश में १३ घंटे बिजली कटौती की जा रही है । बिजली के जनित्र चलाने के लिए डीजल उपलब्ध नहीं है । सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था ठप्प हो गई है ।