साधक, पाठक, शुभचिंतक एवं धर्मप्रेमियों से विनम्र निवेदन !
हिन्दूविरोधियों, वामपंथियों, आधुनिकतावादियों, धर्मनिरपेक्षतावादियों आदि के द्वारा जहां हिन्दू धर्म पर चारों दिशाओं से आघात हो रहे हैं । ऐसे में उस विषय में दृढतापूर्वक प्रतिवाद कर हिन्दुओं का दिशादर्शन करनेवाला नियतकालिक है ‘सनातन प्रभात’ ! ‘सनातन प्रभात’ हिन्दू राष्ट्र की दिशा में अग्रसर हिन्दुत्वनिष्ठों का मार्गदर्शन करता है । समाचार, विभिन्न हिन्दुत्वनिष्ठ विचारकों के लेख, चौखटें आदि के माध्यम से यह नियतकालिक हिन्दुओं में जागृति कर रहा है ।
विगत २ दशकों से कार्यरत इस नियतकालिक का विस्तार प्रतिदिन बढ रहा है । राष्ट्ररक्षा एवं धर्मजागृति के विचारों को अधिकाधिक लोगों तक पहुंचाने हेतु मानव संसाधन की तत्काल आवश्यकता है । इस दृष्टि से ‘सनातन प्रभात’ की सेवाओं में सहायता कर आप भी अपना योगदान कर सकते हैं । आपकी रुचि एवं कौशल के आधार पर आप निम्नांकित सेवाएं सीख सकते हैं । निम्नांकित सेवाओं में से कुछ सेवाएं आश्रम में रहकर सीखकर उसके उपरांत आप ये सेवाएं घर पर भी कर सकते हैं । इसके अंतर्गत उपलब्ध सेवाएं निम्न प्रकार की हैं ।
१. घर पर रहकर संभव सेवाएं
१ अ. अंग्रेजी एवं हिन्दी भाषाओं के लेखों का मराठी में अनुवाद करना
१ आ. राष्ट्र एवं धर्म से संबंधित लेखों का संकलन करना
१ आ १. सेवा का स्वरूप
अ. धारिकाओं का प्राथमिक संकलन (लेखों में स्थित अनावश्यक भाग हटाना, व्याकरण में सुधार करना आदि) करना
आ. धारिकाओं का अंतिम संकलन (परिच्छेद बनाकर शीर्षक देना, आवश्यकता हो, तो शिरोभाग लिखना, वाक्यरचना को सुस्पष्ट बनाना, अनुवादित धारिका हो, तो किया गया अनुवाद उचित होने की निश्चिति करना इत्यादि) करना
इ. लगभग २ सहस्र के.बी. के लेखवाले समाचारों का संकलन कर उनमें से चुनिंदा लेखन की चौखटें बनाना/समाचार में स्थित अनावश्यक भाग हटाना एवं समाचारों का संकलन कर उन्हें यथोचित शीर्षक देना
इस सेवा के लिए राष्ट्र एवं धर्म से संबंधित गतिविधियों की प्राथमिक जानकारी होनी चाहिए । ये सेवाएं आश्रम में रहकर अथवा घर पर भी की जा सकती हैं । कुछ दिनों तक आश्रम आकर सेवा की सूक्ष्मता (बारीकियां) जान लेने से आगे घर पर सेवा करना सरल होगा ।
२. आश्रम में रहकर की जानेवाली सेवाएं
२ अ. छायाचित्रों का वर्गीकरण करना, साथ ही ‘फोटोशॉप’ प्रणाली में करने योग्य अन्य सेवाएं
२ अ १. छायाचित्रों पर प्राथमिक स्तर का काम करना : छायाचित्र छापने योग्य बनाने की दृष्टि से पृष्ठभूमि एवं लोगों को स्पष्ट होना आवश्यक है । ‘छायाचित्र के लिए उचित प्रकाशयोजना न होना अथवा अधूरी होना, पृष्ठभूमि (बैकग्राउंड) बदलना’ जैसे विभिन्न कारणों से छायाचित्रों पर (फोटो पर) काम करना आवश्यक हो जाता है । ऐसे ४०० छायाचित्रों पर काम करना है ।
२ अ २. छायाचित्रों का वर्गीकरण कर तथा १० सहस्र ५० छायाचित्रों को उनसे संबंधित विषयों की संचिका में संरक्षित करना
२ अ ३. छायाचित्रों की जानकारी की धारिका बनाना तथा ‘एक्सेल शीट’ में ५०० छायाचित्रों की जानकारी भरकर उसकी पडताल करना
२ आ. सेवा का स्वरूप : सनातन संस्था के विभिन्न उपक्रमों के छायाचित्र देखकर उससे संबंधित जानकारी (उपक्रम का दिनांक, विस्तृत विषय आदि) को ‘एक्सेल शीट’ में भरना, छायाचित्रों को छायाचित्र पंक्ति (‘कैप्शन’) डालना एवं उससे संबंधित अधूरी जानकारी संबंधित साधकों से पूछना
२ इ. विभिन्न समाचार-वाहिनियों पर प्रसारित कार्यक्रमों की संक्षिप्त जानकारी भरना
२ इ १. सेवा का स्वरूप : विभिन्न समाचार-वाहिनियों पर सनातन संस्था के संदर्भ में प्रसारित समाचार; जिन परिचर्चाओं में संस्था के प्रवक्ता सम्मिलित हुए हैं, ऐसी परिचर्चाएं एवं हिन्दू धर्म के विषय में विशेषतापूर्ण जानकारी देनेवाले कार्यक्रमों के चलचित्र (वीडियोज) देखकर उस विषय की सभी जानकारी (विवरण, भाषा आदि) को ‘एक्सेल शीट’ में भरना (८३० चलचित्र (वीडियोज) देखकर उनकी संक्षिप्त जानकारी अंग्रेजी भाषा में भरनी है ।)
२ ई. संरचना करना : इस सेवा के लिए अल्पकाल अथवा दीर्घकाल तक आश्रम में रहकर दैनिक, साप्ताहिक एवं पाक्षिकों के पृष्ठों, साथ ही विज्ञापनों की संरचना करना
३. उक्त सभी सेवाओं के लिए आवश्यक कौशल
अ. मराठी व्याकरण एवं शब्दरचना का ज्ञान, साथ ही संकलन कौशल
आ. हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषाओं का ज्ञान
इ. मराठी टंकण करना, एक्सेल शीट का उपयोग करना, ‘इनडिजाइन’, ‘कोरल’ एवं ‘फोटोशॉप’, इन प्रणालियों का ज्ञान इन सेवाओं को करने के लिए इच्छुक; परंतु जिनमें इन सेवाओं का कौशल नहीं है, ऐसे व्यक्तियों को इनके संदर्भ में प्रशिक्षण दिया जाएगा । इच्छुक व्यक्ति निम्न सारणी के अनुसार जिलासेवकों के माध्यम से अपनी जानकारी श्री. नागेश गाडे के नाम से [email protected] संगणकीय पते पर अथवा निम्न डाक पते पर भेजें ।
डाक पता
श्री. नागेश गाडे, द्वारा ‘सनातन आश्रम’, २४/बी, रामनाथी, बांदिवडे, फोंडा, गोवा – ४०३४०१
सनातन के आश्रम की निम्न सेवाओं में भी आप सम्मिलित हो सकते हैं !‘सनातन के आश्रम में निम्न सेवाओं के लिए भी साधकों की आवश्यकता है – ग्रंथ, कला, जालस्थल, ध्वनि-चित्रीकरण, संगणक सुधार, चिकित्सा, निर्माण कार्य, अनाज, रसोईघर एवं बेकरी । |
हिन्दू राष्ट्र की दिशा में अग्रसर धर्मप्रेमियों का आधारस्तंभ ‘सनातन प्रभात’ से संबंधित उक्त सेवाओं में सम्मिलित होकर धर्मकार्य में अपना योगदान दें !