America On Arunachal Pradesh : अरुणाचल प्रदेश भारत का ही भूभाग !
समझदार को ही शब्दों की फटकार दी जाती है; परंतु चीन समझदार नहीं, किंतु अतिचतुर है, इसलिए उसे शब्दों की अपेक्षा वह समझ पाए, ऐसी ही भाषा में उत्तर देने की आवश्यकता है !
समझदार को ही शब्दों की फटकार दी जाती है; परंतु चीन समझदार नहीं, किंतु अतिचतुर है, इसलिए उसे शब्दों की अपेक्षा वह समझ पाए, ऐसी ही भाषा में उत्तर देने की आवश्यकता है !
२२ मार्च को प्रदर्शित होनेवाले ‘स्वतंत्रतावीर सावरकर’, इस चलचित्र के विषय में संसार के अनिवासी भारतियों में अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिल रहा है ।
अमेरिका के सत्ताधारी डेमोक्रैटिक पार्टी के सांसद एवं ‘हाऊस फॉरेन अफेयर्स कमिटी’ के अध्यक्ष बेन कार्डिन ने वक्तव्य देते हुए कहा है, ‘विवादित नागरिकता सुधार कानून (सीएए) लागू करने के भारत सरकार के निर्णय के कारण मुझे बहुत कष्ट हुआ है ।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमनुएल मॅक्रोन कुछ दिनों पूर्व ही ‘नाटो’ को यूक्रेन में सेना भेजनी चाहिए’, ऐसा कहा था । इस पृष्ठभूमि पर अब चीन ने धमकी दी है ।
‘इस्लामोफोबिया’ का सूत्र निःसंदेह महत्त्वपूर्ण है; परंतु अन्य धर्माें को भी भेदभाव और हिंसाचार का सामना करना पडता है, यह हमें स्वीकार करना चाहिए ।
भारत ने पाकिस्तान को कठोरता से बताना चाहिए कि भारत के अंतर्गत प्रश्न में हस्तक्षेप करने का पाकिस्तान को कोई अधिकार नहीं है !
भारत के कितने सांसद देश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार, द्वेष आदि के विरुद्ध लडने की भाषा करते हैं ?
भारत की प्रतिमा मलिन करने के लिए अमेरिकी संस्थाएं ऐसे ब्योरे प्रकाशित करती हैं । इसलिए भारत को केवल निषेध व्यक्त कर चुप बैठने की अपेक्षा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऐसी संस्थाओं की दांभिकता उजागर करने के लिए प्रयत्न करना आवश्यक !
पंजाब पुलिस ने खालिस्तानी आतंकवादी संगठन ‘बब्बर खालसा इंटरनैशनल’ के २ आतंकवादियों को बंदी बनाया है ।
हिंसाचार में होनेवाली मृत्यु रोकना आवश्यक है । किसी भी परिस्थिति में अंतरराष्ट्रीय कानून का आदर किया जाना चाहिए ।