अमेरिका का अगला राष्ट्रपति चुनने का अधिकार यहां के हिन्दुओं के पास ! – सांसद रिचर्ड मॅककॉर्मिक

अमेरिका की संसद में वैदिक मंत्रोच्चार में प्रथम हिन्दू-अमेरिकी परिषद संपन्न हुई ।

अजीत डोवाल, अर्थात अंतर्राष्ट्रीय संपत्ति ! 

भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी द्वारा भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल की प्रशंसा !

(अब इनकी सुनिए…) ‘भारत सरकार ट्विटर प्रतिबंधित करनेवाली थी !’ – ट्विटर के हिन्दुद्वेषी सहसंस्थापक जैक डार्से

कृषि कानूनों का विरोध करने के पीछे खालिस्तानी आतंकवादी एवं जिहादी शक्तियां कार्यरत थीं । ऐसी अलगाववादी शक्तियों पर दबाव डालने का प्रयास करनेवालें संवाददाताओं के कुकृत्यों पर कार्रवाई होनी ही चाहिए, केंद्र सरकार द्वारा डार्से को ऐसी फटकार लगानी चाहिए !

अमेरिका में प्रथमत: ‘हिन्दू अमेरिकी शिखर सम्मेलन’ का आयोजन

अमेरिका के अनेक भारतीय ‍वंश के सांसद सम्मिलित होंगे

बनावटी (नकली) दस्तावेज के कारण कैनडा के ७०० भारतीय विद्यार्थियों को देश छोडने की सूचना !

ऐसी परिस्थिति में पंजाब के अनिवासी भारतीय प्रकरणों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर को इसमें हस्तक्षेप करने की विनती की है ।

अमेरिका लाखों भारतीय वंश का युवाओं को देश से निकाल सकता है !

अमेरिका में ढाई लाख ‘डॉक्युमेंटेड ड्रीमर्स’का भविष्य संकट में पड गया है । उन्हें अमेरिका से निकाल दिया जा सकता है । इन ‘डॉक्युमेंटेड ड्रीमर्स’में अधिकांश बच्चे भारतीय वंश के हैं ।

हिन्दू रोगियों की श्रद्धा समझ पाने हेतु अमेरिका में डॉक्टरों को करना पडेगा ‘क्रैश कोर्स’ !

अमेरिका के इतिहास में पहली बार ही हिन्दू रोगी चिकित्सालय के पलंग पर प्रार्थना कर पाएंगे । अपने इष्ट देवता की मूर्ति रख पाएंगे । अमेरिका में पहली बार ही ऐसी अनुमति दी गई है ।

छोटी आयु से स्मार्टफोन का प्रयोग करने से मानसिक रोगों का प्रमाण अधिक ! – शोध

यद्यपि इस शोध में भारत से केवल ४ सहस्त्र बच्चे सम्मिलित हैं, तब भी यह प्रमाण चिंता का विषय है । भारत में १० से १४ आयु के पूरे ८३ प्रतिशत बच्चों के हाथ में स्मार्टफोन है । अंतरराष्ट्रीय प्रमाण की अपेक्षा यह संख्या ७६ प्रतिशत से अधिक है ।

अमेरिका ने २६/११ आक्रमण के आरोपी तहव्वूर राणा को भारत को सौंपने की दी स्वीकृति !

मुबंई में २६ नवंबर २००८ (२६/११) में हुए आतंकी आक्रमण में सहयोगी पाकिस्तानी वंश का कैनेडियन व्यावसायी तहव्वूर राणा को भारत को सौंपने की अमेरिका के न्यायालय ने स्वीकृति दे दी है ।

चीन में अमेरिका के नागरिक को गुप्तचरी के प्रकरण में आजीवन कारावास

चीन ने अमेरिका के ७८ वर्षीय नागरिक को आजीवन कारावास का दंड सुनाया है । अमेरिका तथा हांगकांग की नागरिकतावाले जॉन शिंग-वान लेयुंग को चीन के सुजोऊ नगर से १५ अप्रैल २०२१ को बंदी बनाया गया था ।