म. गांधी ने देश के टुकडे करने के कारण ,वे ‘महात्मा’ नहीं हैं ,और वे ‘राष्ट्रपिता’ भी नहीं हो सकते’, ऐसा कहने वाले तरुण मुरारी बापू पर गुनाह प्रविष्ट !

  • स्वातंत्र्य वीर सावरकर को काँग्रेस ने हमेशा ‘माफीवीर’ कहे जाने पर, साथ ही स्वातंत्र्यवीर सावरकर गांधी हत्या के आरोप से निर्दोष मुक्त होने पर भी उन्हें गांधी की हत्या के लिए उत्तरदायी ठहराने वालों पर भी गुनाह क्यों नहीं प्रविष्ट किया जाता ?  – संपादक
  • मध्यप्रदेश काँग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह द्वारा स्वातंत्र्यवीर सावरकर का अपमान होने पर भी उसके ऊपर इस प्रकार के गुनाह राज्य की भाजपा सरकार को प्रविष्ट करना चाहिए, ऐसा ही हिन्दुओं को लगता है !  – संपादक


नरसिंगपूर (मध्यप्रदेश) – म. गांधी ‘महात्मा’ नहीं, और वे राष्ट्रपिता भी हो नहीं सकते । उन्होंने जीवित रहते देश के टुकडे किए; इसीलिए उन्हें देशद्रोही कहना चाहिए, ऐसा विधान तरुण मुरारी बापू नाम के भागवत कथावाचक के करने पर उनके विरोध में गुनाह प्रविष्ट किया गया है । तरूण मुरारी बापू आज भी उनकी भूमिका पर कायम हैं । तरुण मुरारी बापू ने छिंदवाडा रोड पर वीरा लॉन में श्रीमद्भागवत कथा के समय उपरोक्त विधान किए थे । इससे पहले धर्म संसद में गांधी के विरोध में कथित अपशब्दों का प्रयोग करने पर कालीचरण महाराज को हिरासत में लिया गया है ।