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नरसिंगपूर (मध्यप्रदेश) – म. गांधी ‘महात्मा’ नहीं, और वे राष्ट्रपिता भी हो नहीं सकते । उन्होंने जीवित रहते देश के टुकडे किए; इसीलिए उन्हें देशद्रोही कहना चाहिए, ऐसा विधान तरुण मुरारी बापू नाम के भागवत कथावाचक के करने पर उनके विरोध में गुनाह प्रविष्ट किया गया है । तरूण मुरारी बापू आज भी उनकी भूमिका पर कायम हैं । तरुण मुरारी बापू ने छिंदवाडा रोड पर वीरा लॉन में श्रीमद्भागवत कथा के समय उपरोक्त विधान किए थे । इससे पहले धर्म संसद में गांधी के विरोध में कथित अपशब्दों का प्रयोग करने पर कालीचरण महाराज को हिरासत में लिया गया है ।
आता तरुण मुरारी बापूने महात्मा गांधींबद्दल वापरले अपशब्द, पोलिसांत गुन्हा दाखलhttps://t.co/TSfQBbzS0T
— Lokmat (@lokmat) January 4, 2022