अमेरिका में ‘बम’ चक्रवात से ३४ लोगों की मृत्यु
अमेरिका में ‘बम’ चक्रवात के कारण कडी ठंड पड रही है । इसमें अब तक ३४ लोगों की मृत्यु हुई है । कैनडा में भी ४ लोगों की मृत्यु हुई है । इस तूफान का परिणाम मेक्सिको में भी दिखाई दे रहा है ।
अमेरिका में ‘बम’ चक्रवात के कारण कडी ठंड पड रही है । इसमें अब तक ३४ लोगों की मृत्यु हुई है । कैनडा में भी ४ लोगों की मृत्यु हुई है । इस तूफान का परिणाम मेक्सिको में भी दिखाई दे रहा है ।
अमेरिका के एक न्यायालय ने अमेरिका के ‘मरीन’ (नौसेना जैसे कार्य करने वाले ) सेना में भर्ती होने वाले सिक्खों को दाढी रखने एवं पगडी पहनने की अनुमति दी है ।
स्वयं की आंतरिक समस्या के विषय में विश्व को झूठी जानकारी देनेवाला चीन विश्वासपात्र नहीं है । भारत को उससे सदैव सतर्क रहना चाहिए !
‘भारत को अमेरिका को चेतावनी देनी चाहिए कि वह भारत के आंतरिक प्रश्नों में अपनी नाक घुसाने की अपेक्षा अपने देश की अराजकता अल्प करे !
विश्व मूर्ख नहीं है । आतंकवादियों से संबंधित देश, संगठन तथा उसे रोकने का प्रयास विश्व को ज्ञात है । आज विश्व पाकिस्तान की ओर आतंकवाद के केंद्र के रूप में देख रहा है । पाकिस्तान को उचित सुझाव पसंद नहीं आता; परंतु तब भी मेरा उन्हें यह सुझाव है कि आज आतंकवाद छोडकर अच्छा पडोसी बनने का प्रयास कीजिए ।
आतंकवादियों के अच्छे अथवा बुरे, ऐसा वर्गीकरण करने का युग समाप्त होना चाहिए । इस प्रकार का वर्गीकरण आतंकवादियों के विरोध में लडने की कटिबद्धता को दुर्बल करता है, ऐसे शब्दों में भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पाक को उसका नाम लिए बिना फटकार लगाई ।
पिछले १० वर्ष की कालावधि में विश्व स्तर पर महिलाओं के क्रोध में बढोतरी हुई है । ‘गैलप वर्ल्ड’ इस संस्था ने वर्ष २०११ से २०२१ इस १० वर्ष की कालावधि में विश्व के १५० देशों के १२ लाख लोगों का सर्वेक्षण करने के उपरांत यह निष्कर्ष घोषित किया है ।
भारत अमेरिका का एक सहयोगी नहीं होगा, अपितु वह एक स्वतंत्र, शक्तिशाली देश बनने की तैयारी में है । वह एक और महाशक्ति बनकर उभरेगा ।’
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और वर्ष २०२४ में रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प ने सामाजिक माध्यमों से एक पोस्ट प्रसारित की है । इसमें उन्होने ‘वर्ष २०२० के राष्ट्रपति पद के चुनाव में मेरी विजय हुई थी’, ऐसा दावा पुन: एक बार किया है ।
कैनडा का कथित सुधारवादी समाज एवं सरकार को अध्यात्मशास्त्र ज्ञात न होने के कारण वहां इच्छामृत्यु का स्थान है । इससे वे अपने नागरिकों को आध्यात्मिक स्तर पर हानि पहुंचा रहे हैं !